गुप्त कलाकृति
गुप्त कलाकृति सदियों पुराने, कलात्मक शहर मकरंदपुर में, एक प्रतिभाशाली वास्तुकार को एक महान मूर्तिकार की अचानक और रहस्यमयी मृत्यु के बाद बुलाया जाता है। उसकी तलाश उसे मंदिर की दीवारों के पीछे छिपी एक प्राचीन साज़िश, एक भूली हुई कलाकृति, और एक भयानक धोखे में खींच लाती है। हर पत्थर और हर छाया एक अनकहा सच छुपाए है। मकरंदपुर की शांत सुबह मकरंदपुर की सुबह हमेशा शांत होती थी,...