गवाह नंबर सत्रह
गवाह नंबर सत्रह संक्षिप्त परिचयदिल्ली की सर्दियों में एक बहुचर्चित उद्योगपति की हत्या होती है।हत्या का स्थान — उसका निजी कार्यालय।शक की सूई कई लोगों पर जाती है: परिवार, साझेदार, कर्मचारी।पर एक ही गवाह है —एक सत्रह वर्षीय किशोर, जो कहता है उसने सब देखा…पर जब पुलिस उसे सामने लाती है,तो वह कहता है —“मैंने कुछ नहीं देखा। मैं बस झूठ बोल रहा था।” कहानी शुरू होती है वहीं से…जहाँ...