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अभेद्य गढ़

अभेद्य गढ़ – Triumphant Liberation – 15 Chapters

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 – अभेद्य गढ़ – Impregnable Fortress (पढ़ें) –


अभेद्य गढ़ – Impregnable Fortress

Impregnable Fortress

Impregnable Fortress – अभेद्य गढ़ सारांश: ‘अभेद्य गढ़: मुक्ति’ एक आधुनिक एक्शन कहानी है जो एक उच्च-सुरक्षा वाले गढ़ में घुसपैठ और मुक्ति के इर्द-गिर्द घूमती है। कहानी एक अज्ञात नायक के साथ शुरू होती है जो ‘घुसपैठ की रात’ में इस अभेद्य किले में प्रवेश करता है, जहाँ उसे तुरंत ‘पहला संपर्क’ और ‘सुरक्षा भंग’ का सामना करना पड़ता है। जैसे-जैसे वह ‘ऊर्ध्वाधर युद्ध’ में संलग्न होता है और ‘सर्वर कक्ष का घेराव’ करता है, उसे तीव्र सशस्त्र और निहत्थे मुकाबले का सामना करना पड़ता है।

नायक का मिशन ‘बंधकों का बचाव’ करना है, जिसके लिए उसे ‘अंधेरे में संघर्ष’ करना पड़ता है और विभिन्न ‘तकनीकी बाधाओं’ को पार करना पड़ता है। उसे ‘एलीट गार्डों का सामना’ करना पड़ता है और वह ‘शीर्ष मंजिल की ओर’ बढ़ता है, जहाँ ‘नेता का ठिकाना’ है। कहानी का चरमोत्कर्ष ‘अंतिम टकराव’ में होता है, जिससे ‘पतन और मुक्ति’ होती है। अंत में, नायक ‘निकासी मार्ग’ से बाहर निकलता है, और ‘जीत का सूर्योदय’ होता है, जो उसके सफल मिशन का प्रतीक है। यह कहानी एक सीधे, तीव्र और निरंतर एक्शन से भरपूर अनुभव प्रदान करती है, जिसमें कोई रहस्य या सस्पेंस नहीं है, केवल लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए शुद्ध दृढ़ संकल्प है।

कहानी

अध्याय १: घुसपैठ की रात

Impregnable Fortress

आधी रात का गहरा सन्नाटा था, जब ‘अभेद्य गढ़’ पर हमला हुआ। यह गढ़, एक अत्याधुनिक, भूमिगत सुविधा थी जो दुनिया के सबसे दुर्गम और दूरस्थ रेगिस्तानी क्षेत्र में गहरी दबी हुई थी। इसकी विशालकाय धातु की दीवारें, अदृश्य लेज़र ग्रिड और स्वचालित बुर्जियाँ इसे लगभग अभेद्य बनाती थीं। यह एक ऐसी जगह थी जहाँ से कोई बचकर नहीं निकल सकता था, और न ही कोई बिना अनुमति के अंदर जा सकता था। लेकिन आज रात, एक अज्ञात नायक, जिसे केवल ‘छाया’ के नाम से जाना जाता था, इस किले को भेदने के लिए आया था। उसका मिशन स्पष्ट था: बंधकों को मुक्त करना और गढ़ के भीतर छिपे एक विनाशकारी उपकरण को निष्क्रिय करना।

रेगिस्तानी हवा में रेत के बारीक कण तैर रहे थे, जो चाँद की हल्की रोशनी में चमक रहे थे। दूर से, गढ़ की विशालकाय संरचना एक डरावने, धातु के राक्षस की तरह लग रही थी। छाया, अपने काले सामरिक गियर में, रेत के टीलों के बीच से चुपचाप आगे बढ़ रहा था। उसके पास अत्याधुनिक उपकरण थे: एक साइलेंसर लगी असॉल्ट राइफल, एक सामरिक पिस्तौल, एक सामरिक चाकू, फ्लैश-बैंग ग्रेनेड, एक उन्नत संचार हेडसेट और एक विशेष घुसपैठ उपकरण। उसकी हर चाल गणना की हुई थी, उसके जूते रेत में कोई निशान नहीं छोड़ रहे थे।

उसने गढ़ की बाहरी परिधि के पास पहुँचकर एक बड़े चट्टान के पीछे कवर लिया। उसके हेडसेट में एक शांत, नियंत्रित आवाज़ गूँजी, यह उसकी सहयोगी, ‘आवाज़’ थी, जो दूर एक सुरक्षित स्थान से उसे मार्गदर्शन दे रही थी: “छाया, बाहरी परिधि पर तीन गश्ती दल हैं। हर दल में दो सैनिक हैं। वे हर पाँच मिनट में अपनी स्थिति बदलते हैं। तुम्हें उन्हें बिना किसी अलार्म के बेअसर करना होगा।”

छाया ने अपने नाइट विजन गॉगल्स को समायोजित किया। हरे रंग के फिल्टर से उसे दूर से आते हुए सैनिकों की आकृतियाँ स्पष्ट दिखाई दे रही थीं। उसने अपनी साइलेंसर लगी असॉल्ट राइफल उठाई। उसकी साँसें नियंत्रित थीं, उसकी उंगलियाँ ट्रिगर पर थीं। जैसे ही पहला गश्ती दल उसके करीब आया, छाया ने अपनी राइफल से सटीक, नियंत्रित गोलियों से दोनों सैनिकों को तुरंत निष्क्रिय कर दिया। गोलियों की आवाज़ दबी हुई थी, जैसे हवा में फुसफुसाहट। सैनिक बिना आवाज़ किए गिर पड़े, उनके शरीर रेत में समा गए।

वह आगे बढ़ा, उसकी चालें तेज़ और फुर्तीली थीं। दूसरे गश्ती दल को उसने एक विशालकाय धातु के कंटेनर के पीछे से घात लगाकर पकड़ा। उसने अपनी सामरिक पिस्तौल निकाली और दोनों सैनिकों को करीब से बेअसर कर दिया। यह एक सीधा, त्वरित सशस्त्र एक्शन था, जिसमें कोई दया नहीं थी। अंतिम गश्ती दल को उसने एक वेंटिलेशन शाफ्ट के पास पकड़ा। उसने अपनी राइफल को छोड़कर, अपने सामरिक चाकू को निकाला और दोनों सैनिकों पर चुपचाप हमला किया, उनकी गर्दन पर सटीक वार करके उन्हें निष्क्रिय कर दिया। यह एक क्रूर और शारीरिक मुकाबला था, जिसमें कोई शोर नहीं था।

बाहरी परिधि अब सुरक्षित थी। छाया ने एक गहरी साँस ली। “बाहरी परिधि सुरक्षित, आवाज़। मैं मुख्य प्रवेश द्वार की ओर बढ़ रहा हूँ।”

आवाज़ ने जवाब दिया: “समझ गई, छाया। मुख्य प्रवेश द्वार पर उन्नत लेज़र ग्रिड और स्वचालित बुर्जियाँ हैं। तुम्हें उन्हें निष्क्रिय करना होगा।”

छाया मुख्य प्रवेश द्वार पर पहुँचा। यह एक विशालकाय धातु का दरवाज़ा था, जिसके सामने एक जटिल लेज़र ग्रिड चमक रहा था। ग्रिड से ऊर्जा निकल रही थी, जो किसी को भी जला सकती थी। दरवाज़े के ऊपर दो बड़ी, धातु की बुर्जियाँ थीं, जिनके ऑप्टिक सेंसर लगातार स्कैन कर रहे थे। छाया ने अपने विशेष घुसपैठ उपकरण को निकाला। यह एक छोटा, हाथ में पकड़ने वाला उपकरण था जो लेज़र ग्रिड को अस्थायी रूप से बाधित कर सकता था। उसने उपकरण को सक्रिय किया, और लेज़र किरणें एक पल के लिए झिलमिलाती हुई बुझ गईं।

जैसे ही लेज़र ग्रिड निष्क्रिय हुआ, बुर्जियों ने सक्रिय होकर गोलीबारी शुरू कर दी, उनकी गोलियाँ धातु के दरवाज़े से टकराईं, जिससे तेज़ चिंगारियाँ निकलीं। विक्रम ने तुरंत कवर लिया, एक टूटे हुए कंक्रीट के ब्लॉक के पीछे। बुर्जियों ने अपनी गोलीबारी जारी रखी। छाया ने अपनी राइफल उठाई। उसकी आँखें बुर्जियों के ऑप्टिक सेंसर पर केंद्रित थीं, जो उनके कमजोर बिंदु थे। जैसे ही बुर्जियों ने अपनी गोलीबारी रोकी, छाया ने कवर से बाहर निकला और सटीक, नियंत्रित गोलियों से दोनों बुर्जियों के ऑप्टिक सेंसर को निशाना बनाया। गोलियाँ सीधे लक्ष्य पर लगीं, और बुर्जियाँ एक झटके के साथ निष्क्रिय हो गईं, उनकी लाल बत्तियाँ बुझ गईं।

मुख्य प्रवेश द्वार अब खुला था। छाया ने गढ़ के भीतर कदम रखा। हवा में धातु और ओजोन की गंध थी, और दूर से मशीनों की गुनगुनाहट सुनाई दे रही थी। उसे पता था कि असली लड़ाई अब शुरू होगी। यह ‘घुसपैठ की रात’ थी, और वह अब अभेद्य गढ़ के अंदर था।

अध्याय २: पहला संपर्क

Impregnable Fortress

मुख्य प्रवेश द्वार को भेदने के बाद, छाया गढ़ के अंदरूनी हिस्सों में प्रवेश कर चुका था। यहाँ का वातावरण बाहरी रेगिस्तान से बिल्कुल अलग था – हवा ठंडी और नियंत्रित थी, और हर जगह धातु और इलेक्ट्रॉनिक्स की हल्की गंध थी। गलियारे चौड़े और साफ थे, लेकिन हर कोने पर एक अजीब सी खामोशी छाई हुई थी, जो किसी बड़े खतरे से पहले की शांति का संकेत दे रही थी। रोशनी कम थी, केवल कुछ नीली आपातकालीन लाइटें गलियारों को एक रहस्यमयी चमक दे रही थीं। छाया ने अपनी नाइट विजन गॉगल्स को हटा दिया, क्योंकि अंदर की रोशनी उसके लिए पर्याप्त थी।

उसके हेडसेट में आवाज़ की फुसफुसाहट गूँजी: “छाया, तुम अब गढ़ के आंतरिक सुरक्षा क्षेत्र में हो। यहाँ दुश्मन के अधिक उन्नत सैनिक तैनात हैं। वे तुम्हें ढूंढने की कोशिश करेंगे। पहले संपर्क के लिए तैयार रहना।”

छाया ने अपनी राइफल को तैयार रखा, उसकी उंगलियाँ ट्रिगर पर थीं। वह दीवारों के किनारे-किनारे चुपचाप आगे बढ़ रहा था, उसकी हर चाल गणना की हुई थी। उसके जूते धातु की फर्श पर कोई आवाज़ नहीं कर रहे थे। वह जानता था कि इस तरह के उच्च-सुरक्षा वाले गढ़ में, दुश्मन के पास उन्नत संवेदक और निगरानी प्रणालियाँ होंगी।

अचानक, एक कोने से धातु पर जूते की हल्की सी खड़खड़ाहट सुनाई दी। छाया ने तुरंत प्रतिक्रिया दी। वह एक बड़े, धातु के वेंटिलेशन शाफ्ट के पीछे छिप गया, जो गलियारे में फैला हुआ था। ब्लैकआउट-ब्रदरहुड के तीन सैनिक, काले सामरिक गियर में, उन्नत असॉल्ट राइफलों से लैस, गलियारे में प्रवेश कर रहे थे। वे आपस में फुसफुसा रहे थे, उनकी आवाज़ें नीना के हेडसेट में स्पष्ट सुनाई दे रही थीं: “बाहरी परिधि पर कुछ गड़बड़ है। हमें अंदर जाँच करने का आदेश मिला है।”

छाया ने अपनी साँस रोकी। जैसे ही पहला सैनिक शाफ्ट के पास से गुज़रा, छाया ने अपनी राइफल उठाई और सटीक, नियंत्रित गोलियों से उसे तुरंत निष्क्रिय कर दिया। गोली सीधे उसके हेलमेट के विज़र में लगी, जिससे उसका सिर पीछे की ओर झूल गया और वह बिना आवाज़ किए गिर पड़ा।

दूसरे सैनिक ने पलटकर देखा, उसकी आँखें चौड़ी हो गईं, लेकिन इससे पहले कि वह अपनी राइफल उठा पाता, छाया ने उस पर भी गोली चलाई। तीसरा सैनिक, जो थोड़ा पीछे था, ने अपनी राइफल उठाई और गोली चलाने की कोशिश की, लेकिन छाया ने उस पर भी सटीक गोली चलाई, जिससे वह भी निष्क्रिय हो गया। तीनों सैनिक ज़मीन पर बेजान होकर गिर पड़े, उनके शरीर से हल्की सी चिंगारियाँ निकल रही थीं, जो उनके कवच के क्षतिग्रस्त होने का संकेत था।

गोलियों की आवाज़ गलियारे में गूँज उठी, जिससे गढ़ के अन्य हिस्सों में दुश्मनों को उसकी उपस्थिति का पता चल गया। आवाज़ ने चेतावनी दी: “छाया, उन्होंने तुम्हें पहचान लिया है। अब वे तुम्हारी स्थिति का पता लगाने की कोशिश करेंगे। तुम्हें तेज़ी से आगे बढ़ना होगा.”

छाया जानता था कि उसके पास अब ज़्यादा समय नहीं है। उसने सैनिकों के हथियारों की जाँच की, यह सुनिश्चित करते हुए कि वे निष्क्रिय हो गए हैं। उसने अपनी राइफल को रीलोड किया और आगे बढ़ा। उसे पता था कि यह केवल पहला संपर्क था, और आगे की लड़ाई और भी कठिन होगी। गलियारे के अंत में, उसे एक बड़ा धातु का दरवाज़ा दिखाई दिया, जिस पर ‘सुरक्षा नियंत्रण’ लिखा था। यह दरवाज़ा अगले अध्याय की ओर इशारा कर रहा था, जहाँ उसे गढ़ की सुरक्षा प्रणालियों को भंग करना होगा।

अध्याय ३: सुरक्षा भंग

Impregnable Fortress

‘पहला संपर्क’ के बाद, छाया अब मुख्य सुरक्षा नियंत्रण कक्ष के दरवाज़े के सामने खड़ा था। यह दरवाज़ा विशाल और भारी था, काले रंग की धातु से बना, जिस पर कई चमकते हुए सेंसर और एक जटिल कीपैड लगा था। दरवाज़े के ऊपर एक लाल बत्ती चमक रही थी, जो यह दर्शा रही थी कि यह क्षेत्र पूरी तरह से बंद है। आवाज़ ने उसके हेडसेट में फुसफुसाया: “छाया, यह गढ़ का मुख्य सुरक्षा नियंत्रण कक्ष है। अगर तुम इसे भंग कर सको, तो तुम कई सुरक्षा प्रणालियों को निष्क्रिय कर सकते हो, जिससे तुम्हारा आगे का रास्ता आसान हो जाएगा। लेकिन सावधान रहना, यहाँ प्रतिरोध सबसे तीव्र होगा।”

छाया ने दरवाज़े का आकलन किया। उसे पता था कि इसे चुपचाप खोलना लगभग असंभव था। उसने अपने विशेष घुसपैठ उपकरण को निकाला, जो एक छोटा, टैबलेट जैसा डिवाइस था। उसने उसे कीपैड से जोड़ा और डेटा को स्कैन करना शुरू किया। डिवाइस की स्क्रीन पर जटिल कोड और एल्गोरिदम तेज़ी से स्क्रॉल कर रहे थे। लगभग एक मिनट तक, डिवाइस ने काम किया, लेकिन फिर एक तेज़ बीप के साथ एक लाल ‘त्रुटि’ संदेश चमक उठा। आवाज़ ने कहा: “छाया, ऐसा लगता है कि उन्होंने अपने सुरक्षा प्रोटोकॉल को अपग्रेड कर दिया है। यह एक मैन्युअल भंग होगा।”

छाया ने उपकरण को वापस रखा। उसने अपनी राइफल उठाई। अब चुपचाप घुसपैठ करने का समय नहीं था। उसने दरवाज़े पर एक नियंत्रित burst fire किया, उसकी गोलियाँ सीधे लॉक सिस्टम पर लगीं, जिससे धातु मुड़ गई और चिंगारियाँ निकलीं। लॉक सिस्टम टूट गया, और दरवाज़ा एक तेज़ चीख़ के साथ अंदर की ओर खुल गया। विक्रम अंदर कूद गया, उसकी राइफल तैयार थी।

कक्ष एक विशाल, आयताकार कमरा था, जिसमें कई सर्वर रैक, बड़े डिस्प्ले स्क्रीन और नियंत्रण कंसोल थे। रोशनी नीली और हरी थी, जो चमकते हुए डेटा प्रवाह से आ रही थी। ब्लैकआउट-ब्रदरहुड के आठ सैनिक कक्ष में तैनात थे, सभी उन्नत असॉल्ट राइफलों और भारी कवच में थे। वे नियंत्रण कंसोल के पास खड़े थे, कुछ स्क्रीन पर डेटा का विश्लेषण कर रहे थे, और कुछ विक्रम की ओर मुड़ गए, उनकी राइफलें तुरंत तैयार हो गईं।

विक्रम ने तुरंत कवर लिया, एक बड़े सर्वर रैक के पीछे। सैनिकों ने उस पर ऊर्जा बीम से हमला किया, जिससे रैक पर चिंगारियाँ निकलीं और धातु पिघलने लगी। विक्रम ने अपनी राइफल निकाली और सटीक गोलियों से एक सैनिक के हेलमेट के ऑप्टic सेंसर को निशाना बनाया, जो एक कंसोल पर झुका हुआ था। सैनिक लड़खड़ा गया और गिर पड़ा, उसका शरीर एक कंसोल पर जा गिरा, जिससे स्क्रीन पर लाल चेतावनी चमक उठी। दूसरे सैनिक ने पलटकर देखा और तुरंत विक्रम पर गोली चलाई, लेकिन विक्रम ने कवर से बाहर निकलकर जवाबी कार्रवाई की, उसकी गोलियाँ सटीक थीं। दो और सैनिक गिर पड़े, उनके शरीर ज़मीन पर बेजान होकर गिर गए।

शेष पाँच सैनिक अब पूरी तरह से विक्रम की ओर मुड़ गए, उनके चेहरे पर क्रोध और दृढ़ संकल्प था। वे एक साथ उस पर झपटे, उनकी राइफलें आग उगल रही थीं। विक्रम ने एक फ्लैश-बैंग ग्रेनेड निकाला, पिन खींचा और उसे सैनिकों की ओर फेंका। ग्रेनेड एक तेज़ चमक और धमाके के साथ फटा, जिससे सैनिक लड़खड़ा गए, उनकी आँखें अस्थायी रूप से अंधी हो गईं और उनके कानों में तेज़ आवाज़ गूँजने लगी।

विक्रम ने इस अवसर का लाभ उठाया। वह अपनी राइफल को छोड़कर, अपनी पिस्तौल निकाली और सैनिकों की ओर भागा। यह एक क्रूर और तीव्र हाथ से हाथ का मुकाबला था, जिसमें कोई दया नहीं थी। उसने पहले सैनिक को पकड़ा, जो अभी भी लड़खड़ा रहा था, और उसे एक निर्णायक मुक्के से बेहोश कर दिया।

दूसरे सैनिक ने उस पर मुक्का मारा, लेकिन विक्रम ने उसे चकमा दिया और एक त्वरित कोहनी से उसके सिर पर वार किया, जिससे वह भी गिर पड़ा। तीसरे सैनिक ने अपनी राइफल उठाई, लेकिन विक्रम ने उस पर झपटा और राइफल को छीन लिया, उसकी पकड़ लोहे जैसी मज़बूत थी। उसने राइफल के बट से सैनिक के सिर पर मारा, जिससे वह बेहोश हो गया।

अंतिम दो सैनिक, जो सबसे कुशल लग रहे थे, ने विक्रम पर एक साथ हमला किया। विक्रम ने उनके हमलों से बचते हुए उनके शरीर के कमजोर बिंदुओं पर वार किया – पसलियों पर मुक्के, पेट पर किक। उसने एक सैनिक को पकड़ा और उसे दूसरे पर फेंक दिया, जिससे दोनों गिर पड़े। विक्रम ने उन पर झपटा और उन्हें निर्णायक मुक्कों से बेहोश कर दिया।

कक्ष अब शांत था, केवल सर्वर की गुनगुनाहट और विक्रम की तेज़ साँसों की आवाज़ सुनाई दे रही थी। उसने नियंत्रण कंसोल की ओर देखा। नीना की आवाज़ उसके हेडसेट में आई: “छाया, तुमने उन्हें बेअसर कर दिया! अब सुरक्षा भंग करो! मुख्य सुरक्षा प्रोटोकॉल को निष्क्रिय करो।” विक्रम ने कंसोल पर काम करना शुरू किया, उसकी उंगलियाँ कीपैड पर तेज़ी से चल रही थीं। कुछ ही क्षणों में, स्क्रीन पर एक हरा ‘सफल’ संदेश चमक उठा। गढ़ की कई आंतरिक सुरक्षा प्रणालियाँ निष्क्रिय हो गईं। “सुरक्षा भंग हो गई, आवाज़। आगे का रास्ता अब थोड़ा आसान होगा।”

अध्याय ४: ऊर्ध्वाधर युद्ध

Impregnable Fortress

सुरक्षा नियंत्रण कक्ष को भंग करने के बाद, छाया ने एक गहरी साँस ली। गढ़ की स्वचालित सुरक्षा प्रणालियों का एक बड़ा हिस्सा अब निष्क्रिय हो चुका था, जिससे उसका आगे का रास्ता कुछ हद तक सुरक्षित हो गया था। लेकिन उसे पता था कि यह केवल एक अस्थायी राहत थी। गढ़ की संरचना जटिल थी, जिसमें कई स्तर थे, और उसे बंधकों तक पहुँचने के लिए ऊपर की ओर बढ़ना था। नीना की आवाज़ उसके हेडसेट में गूँजी: “छाया, तुमने एक बड़ी बाधा पार कर ली है। अब तुम्हें गढ़ के ऊपरी स्तरों की ओर बढ़ना होगा। बंधकों को संभवतः शीर्ष मंजिलों में से एक पर रखा गया है।”

छाया ने नियंत्रण कक्ष से बाहर निकलकर एक बड़े, केंद्रीय शाफ्ट की ओर बढ़ा। यह शाफ्ट गढ़ के सभी स्तरों को जोड़ता था, जिसमें सर्विस लिफ्ट और आपातकालीन सीढ़ियाँ थीं। शाफ्ट की दीवारें धातु से बनी थीं, और ऊपर की ओर देखने पर, यह एक अंतहीन सुरंग जैसी लग रही थी। हवा में मशीनों की हल्की गूँज थी, और दूर से पानी के टपकने की आवाज़ आ रही थी।

उसने सर्विस लिफ्ट को सक्रिय करने की कोशिश की, लेकिन नीना ने चेतावनी दी: “छाया, लिफ्ट को सक्रिय मत करो! वे तुम्हें ट्रैक कर सकते हैं। तुम्हें आपातकालीन सीढ़ियों का उपयोग करना होगा। सावधान रहना, वे ऊर्ध्वाधर मार्ग पर घात लगाए हो सकते हैं।”

छाया ने लिफ्ट को छोड़ दिया और पास की आपातकालीन सीढ़ियों की ओर बढ़ा। दरवाज़ा भारी था, लेकिन उसने उसे आसानी से खोल दिया। सीढ़ियाँ धातु की बनी थीं, और वे ऊपर की ओर सर्पिल आकार में जा रही थीं। रोशनी कम थी, केवल कुछ आपातकालीन लैंप ही सीढ़ियों को रोशन कर रहे थे, जिससे एक लंबी, अंधेरी सुरंग जैसी लग रही थी।

वह चुपचाप ऊपर चढ़ने लगा, उसकी हर चाल सावधानी से भरी थी। उसकी आँखें हर कोने को स्कैन कर रही थीं, उसके कान किसी भी आवाज़ को सुनने के लिए तैयार थे। लगभग दो मंजिलों ऊपर चढ़ने के बाद, उसे कुछ हलचल महसूस हुई – धातु पर जूते की हल्की सी खड़खड़ाहट। ब्लैकआउट-ब्रदरहुड के चार सैनिक सीढ़ियों पर घात लगाए बैठे थे, उनकी राइफलें तैयार थीं।

छाया ने तुरंत प्रतिक्रिया दी। वह एक मोड़ के पीछे छिप गया, उसकी राइफल तैयार थी। सैनिक धीरे-धीरे ऊपर आ रहे थे, एक-दूसरे से संवाद कर रहे थे। “कोई नहीं है,” एक ने फुसफुसाया। “शायद वह नीचे ही रह गया।” छाया ने अपनी साँस रोकी। जैसे ही पहला सैनिक मोड़ के पास आया, छाया ने अपनी राइफल उठाई और सटीक, नियंत्रित गोलियों से उसे तुरंत निष्क्रिय कर दिया। गोली सीधे उसके हेलमेट के विज़र में लगी, जिससे उसका सिर पीछे की ओर झूल गया और वह बिना आवाज़ किए गिर पड़ा।

दूसरे सैनिक ने पलटकर देखा, उसकी आँखें चौड़ी हो गईं, लेकिन इससे पहले कि वह प्रतिक्रिया दे पाता, छाया ने उस पर भी गोली चलाई। तीसरा सैनिक, जो थोड़ा पीछे था, ने अपनी राइफल उठाई और गोली चलाने की कोशिश की, लेकिन छाया ने उस पर भी सटीक गोली चलाई, जिससे वह भी निष्क्रिय हो गया।

चौथा सैनिक, अब अकेला और घबराया हुआ, ने अपनी राइफल से अंधाधुंध गोली चलाई, गोलियाँ धातु की दीवारों से टकराईं, जिससे तेज़ आवाज़ हुई। छाया ने तुरंत कवर लिया, और जैसे ही सैनिक ने अपनी मैगज़ीन बदलने के लिए रुका, छाया ने उस पर झपटा। यह एक सीधा, त्वरित सशस्त्र एक्शन था, जिसमें कोई दया नहीं थी। छाया ने सैनिक की राइफल को पकड़ा, उसे घुमाया और सैनिक को सीढ़ियों से नीचे धकेल दिया, जिससे वह बेहोश हो गया।

गोलियों की आवाज़ ऊर्ध्वाधर शाफ्ट में गूँज उठी, जिससे गढ़ के ऊपरी स्तरों में दुश्मनों को उसकी उपस्थिति का पता चल गया। नीना ने चेतावनी दी: “छाया, उन्होंने तुम्हें पहचान लिया है। अब वे ऊपर से भी हमला कर सकते हैं। तुम्हें तेज़ी से ऊपर बढ़ना होगा।”

छाया जानता था कि उसके पास अब ज़्यादा समय नहीं है। उसने सैनिकों के हथियारों की जाँच की, यह सुनिश्चित करते हुए कि वे निष्क्रिय हो गए हैं। उसने अपनी राइफल को रीलोड किया और तेज़ी से ऊपर चढ़ने लगा। सीढ़ियाँ अब और संकीर्ण होती जा रही थीं, और हवा और पतली होती जा रही थी। उसे पता था कि यह एक ‘ऊर्ध्वाधर युद्ध’ था, जहाँ हर कदम पर खतरा था।

जैसे ही वह एक और मंजिल पर पहुँचा, उसे ऊपर से आती हुई गोलियों की आवाज़ सुनाई दी। ब्लैकआउट-ब्रदरहुड के सैनिक ऊपर से उस पर गोली चला रहे थे। छाया ने तुरंत कवर लिया, एक धातु के खंभे के पीछे। गोलियाँ खंभे से टकराईं, जिससे चिंगारियाँ निकलीं। छाया ने अपनी राइफल उठाई और ऊपर की ओर निशाना साधा। उसने ऊपर से आते हुए सैनिकों पर गोली चलाई, उनकी गोलियाँ सटीक थीं। दो सैनिक गिर पड़े।

यह एक निरंतर, तीव्र गोलीबारी और शारीरिक मुकाबला था। छाया को हर कदम पर सावधान रहना पड़ रहा था, क्योंकि दुश्मन ऊपर से हमला कर रहे थे, और उसे ऊपर चढ़ते हुए भी उनसे लड़ना था। उसने अपनी युद्ध कला का प्रदर्शन करते हुए इसे पार कर लिया, उसकी चालें तेज़ और सटीक थीं, और उसका दृढ़ संकल्प अटूट था। उसने सुनिश्चित किया कि कोई भी सैनिक उसे रोक न सके। “ऊर्ध्वाधर मार्ग सुरक्षित, आवाज़। मैं अगले स्तर की ओर बढ़ रहा हूँ।”

अध्याय ५: सर्वर कक्ष का घेराव

Impregnable Fortress

ऊर्ध्वाधर युद्ध को जीतने के बाद, छाया गढ़ के एक नए स्तर पर पहुँचा। यह स्तर अधिक तकनीकी और जटिल था, जिसमें कई सर्वर कक्ष और डेटा सेंटर थे। हवा में इलेक्ट्रॉनिक्स की तीव्र गंध थी, और सर्वरों की निरंतर गुनगुनाहट एक अजीब सी शांति पैदा कर रही थी। नीना की आवाज़ उसके हेडसेट में गूँजी, उसकी आवाज़ में अब एक नई चिंता थी: “छाया, तुम अब गढ़ के मुख्य सर्वर क्षेत्र में हो।

यह वह जगह है जहाँ गढ़ के सभी संचार और निगरानी प्रणालियाँ नियंत्रित होती हैं। दुश्मन ने इस क्षेत्र को मज़बूती से घेर रखा है, क्योंकि वे जानते हैं कि यह कितना महत्वपूर्ण है। तुम्हें सर्वर कक्षों का घेराव करना होगा और उनकी संचार प्रणाली को बाधित करना होगा।”

छाया ने अपनी राइफल को तैयार रखा। वह जानता था कि इस क्षेत्र में, दुश्मन के पास न केवल सैनिक होंगे, बल्कि स्वचालित सुरक्षा प्रणालियाँ भी हो सकती हैं जो उसके लिए खतरा बन सकती हैं। गलियारे संकीर्ण थे, और हर कोने पर एक नया खतरा छिपा हो सकता था।

उसने पहले सर्वर कक्ष की ओर बढ़ा। दरवाज़ा भारी था, लेकिन खुला हुआ था। जैसे ही वह अंदर झाँका, उसे कक्ष के भीतर ब्लैकआउट-ब्रदरहुड के पाँच सैनिक दिखाई दिए, जो सर्वर रैक के चारों ओर तैनात थे। उनके पास उन्नत असॉल्ट राइफलें और भारी कवच थे। वे आपस में बात कर रहे थे, उनकी आवाज़ें नीना के हेडसेट में स्पष्ट सुनाई दे रही थीं: “हमें यहाँ किसी भी घुसपैठ को रोकना होगा। यह गढ़ का तंत्रिका केंद्र है।”

छाया ने तुरंत प्रतिक्रिया दी। उसने एक फ्लैश-बैंग ग्रेनेड निकाला, पिन खींचा और उसे कक्ष के भीतर फेंका। ग्रेनेड एक तेज़ चमक और धमाके के साथ फटा, जिससे सैनिक लड़खड़ा गए, उनकी आँखें अस्थायी रूप से अंधी हो गईं और उनके कानों में तेज़ आवाज़ गूँजने लगी।

विक्रम ने इस अवसर का लाभ उठाया। वह कक्ष में कूद गया, उसकी राइफल तैयार थी। यह एक क्रूर और तीव्र सशस्त्र मुकाबला था, जिसमें कोई दया नहीं थी। उसने पहले सैनिक पर गोली चलाई, जो अभी भी लड़खड़ा रहा था, जिससे वह तुरंत निष्क्रिय हो गया। दूसरे सैनिक ने अपनी राइफल उठाई, लेकिन छाया ने उस पर भी गोली चलाई, जिससे वह भी गिर पड़ा। तीसरे सैनिक ने कवर लेने की कोशिश की, लेकिन छाया ने उसे चकमा दिया और एक त्वरित कोहनी से उसके सिर पर वार किया, जिससे वह बेहोश हो गया।

अंतिम दो सैनिक, जो सबसे कुशल लग रहे थे, ने छाया पर एक साथ हमला किया। उनकी राइफलें आग उगल रही थीं। छाया ने उनकी गोलियों से बचते हुए उनके करीब पहुँचा। उसने एक सैनिक की राइफल को पकड़ा, उसे घुमाया और सैनिक को दूसरे पर फेंक दिया, जिससे दोनों गिर पड़े। छाया ने उन पर झपटा और उन्हें निर्णायक मुक्कों से बेहोश कर दिया।

सर्वर कक्ष अब सुरक्षित था। छाया ने सुनिश्चित किया कि सभी सैनिक निष्क्रिय हो गए हैं। उसने सर्वर रैक की ओर देखा। नीना की आवाज़ उसके हेडसेट में आई: “छाया, तुमने उन्हें बेअसर कर दिया! अब उनकी संचार प्रणाली को बाधित करो! इससे उन्हें एक-दूसरे से संपर्क करने में मुश्किल होगी.”

छाया ने मुख्य सर्वर कंसोल की ओर बढ़ा। यह एक जटिल पैनल था, जिस पर कई चमकती हुई स्क्रीनें थीं। उसने अपने विशेष घुसपैठ उपकरण को निकाला और उसे कंसोल से जोड़ा। डिवाइस की स्क्रीन पर कोड तेज़ी से स्क्रॉल करने लगे, और कुछ ही क्षणों में, एक हरा ‘सफल’ संदेश चमक उठा। गढ़ की संचार प्रणालियाँ बाधित हो गईं।

“संचार बाधित, आवाज़। अब वे अंधे हो गए हैं।” छाया ने कहा, उसकी आवाज़ में एक हल्की सी मुस्कान थी।

नीना ने जवाब दिया: “उत्कृष्ट काम, छाया! इससे हमें बहुत फायदा होगा। अब तुम्हें बंधकों की ओर बढ़ना होगा। मुझे लगता है कि वे अगले स्तर पर हैं।”

छाया ने सर्वर कक्ष से बाहर निकला। उसे पता था कि गढ़ के भीतर अभी भी कई दुश्मन थे, लेकिन अब वे संगठित नहीं हो पाएंगे। यह ‘सर्वर कक्ष का घेराव’ था, और वह अब अपने मिशन के अगले चरण की ओर बढ़ रहा था।

अध्याय ६: बंधकों का बचाव

Impregnable Fortress

सर्वर कक्ष का घेराव करने और दुश्मन की संचार प्रणाली को बाधित करने के बाद, छाया ने एक गहरी साँस ली। गढ़ के भीतर अब एक अजीब सी खामोशी छा गई थी, केवल मशीनों की हल्की गुनगुनाहट और उसकी अपनी तेज़ साँसों की आवाज़ सुनाई दे रही थी। नीना की आवाज़ उसके हेडसेट में गूँजी, उसकी आवाज़ में अब एक नई उम्मीद थी: “छाया, तुमने उन्हें अंधा कर दिया है। अब बंधकों की ओर बढ़ो। मेरे अनुमान के अनुसार, वे इस स्तर के अंत में एक बड़े कक्ष में हैं। तुम्हें उन्हें सुरक्षित निकालना होगा।”

छाया ने अपनी राइफल को तैयार रखा। वह जानता था कि बंधकों को बचाना इस मिशन का सबसे महत्वपूर्ण और संवेदनशील हिस्सा था। गलियारे अब अधिक संकीर्ण और घुमावदार होते जा रहे थे, और दीवारों पर लगे सुरक्षा कैमरे निष्क्रिय हो चुके थे, जिससे उसे कुछ फायदा मिल रहा था।

उसने सावधानी से आगे बढ़ना शुरू किया, उसकी आँखें हर कोने को स्कैन कर रही थीं। लगभग पचास मीटर आगे बढ़ने के बाद, उसे एक बड़ा, भारी धातु का दरवाज़ा दिखाई दिया, जिस पर ‘निगरानी क्षेत्र’ लिखा था। दरवाज़े के पास से दबी हुई आवाज़ें आ रही थीं – कुछ सैनिकों की फुसफुसाहट और कुछ लोगों के कराहने की आवाज़ें। छाया जानता था कि बंधक अंदर ही थे।

उसने दरवाज़े का आकलन किया। यह एक मजबूत, बख्तरबंद दरवाज़ा था, जिस पर कोई स्पष्ट कमजोर बिंदु नहीं था। उसने अपने विशेष घुसपैठ उपकरण को निकाला और उसे दरवाज़े के पास लगाया। डिवाइस की स्क्रीन पर जटिल कोड तेज़ी से स्क्रॉल करने लगे, और कुछ ही क्षणों में, एक हरा ‘सफल’ संदेश चमक उठा। दरवाज़े का लॉक सिस्टम निष्क्रिय हो गया।

छाया ने दरवाज़े को धीरे से खोला, उसकी चालें चुपचाप थीं। जैसे ही दरवाज़ा खुला, उसे कक्ष के भीतर का दृश्य दिखाई दिया। यह एक बड़ा कक्ष था, जिसमें कई कंप्यूटर कंसोल और निगरानी स्क्रीनें थीं। कक्ष के एक कोने में, लगभग दस लोग बंधे हुए थे, उनके मुँह पर टेप लगा था, और उनकी आँखों में डर था। ब्लैकआउट-ब्रदरहुड के चार सैनिक उन्हें घेरे हुए थे, उनकी राइफलें तैयार थीं।

छाया ने तुरंत प्रतिक्रिया दी। उसने एक फ्लैश-बैंग ग्रेनेड निकाला, पिन खींचा और उसे कक्ष के भीतर फेंका। ग्रेनेड एक तेज़ चमक और धमाके के साथ फटा, जिससे सैनिक लड़खड़ा गए, उनकी आँखें अस्थायी रूप से अंधी हो गईं और उनके कानों में तेज़ आवाज़ गूँजने लगी।

विक्रम ने इस अवसर का लाभ उठाया। वह कक्ष में कूद गया, उसकी राइफल तैयार थी। यह एक क्रूर और तीव्र सशस्त्र मुकाबला था, जिसमें कोई दया नहीं थी। उसने पहले सैनिक पर गोली चलाई, जो अभी भी लड़खड़ा रहा था, जिससे वह तुरंत निष्क्रिय हो गया। दूसरे सैनिक ने अपनी राइफल उठाई, लेकिन छाया ने उस पर भी गोली चलाई, जिससे वह भी गिर पड़ा। तीसरे सैनिक ने कवर लेने की कोशिश की, लेकिन छाया ने उसे चकमा दिया और एक त्वरित कोहनी से उसके सिर पर वार किया, जिससे वह बेहोश हो गया।

अंतिम सैनिक, जो सबसे कुशल लग रहा था, ने छाया पर हमला किया। उसकी राइफल आग उगल रही थी। छाया ने उसकी गोलियों से बचते हुए उसके करीब पहुँचा। उसने सैनिक की राइफल को पकड़ा, उसे घुमाया और सैनिक को एक कंसोल पर फेंक दिया, जिससे वह बेहोश हो गया।

कक्ष अब शांत था। बंधकों ने डर से अपनी आँखें खोलीं और छाया को देखा। छाया ने अपनी राइफल को नीचे किया और उनकी ओर बढ़ा। उसने अपने सामरिक चाकू से उनके हाथों और मुँह पर लगे टेप को काटना शुरू किया। “आप सुरक्षित हैं,” उसने शांत आवाज़ में कहा। “मैं आपको यहाँ से निकालूँगा।”

बंधकों ने राहत की साँस ली। उनमें से एक, एक युवा इंजीनियर, ने कहा: “धन्यवाद… हम फंस गए थे। वे हमें मारने वाले थे।”

नीना की आवाज़ उसके हेडसेट में आई: “छाया, बंधकों को सुरक्षित कर लिया गया है! यह एक बड़ी सफलता है! अब उन्हें निकासी बिंदु तक पहुँचाओ।”

छाया ने बंधकों को इकट्ठा किया। “हमें तेज़ी से चलना होगा। रास्ता अभी भी खतरनाक है।” उसने उन्हें गलियारे की ओर इशारा किया। यह ‘बंधकों का बचाव’ था, और वह अब उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुँचाने के लिए तैयार था।

अध्याय ७: अंधेरे में संघर्ष

Impregnable Fortress

बंधकों को सुरक्षित करने के बाद, छाया ने उन्हें अपने पीछे चलने का इशारा किया। गलियारे अब और भी अंधेरे होते जा रहे थे, क्योंकि गढ़ की सुरक्षा प्रणालियों के निष्क्रिय होने से कई आपातकालीन लाइटें भी बुझ चुकी थीं। हवा में एक अजीब सी ठंडी और नम गंध थी, जो भूमिगत संरचनाओं में अक्सर होती है।

नीना की आवाज़ उसके हेडसेट में गूँजी, उसकी आवाज़ में अब एक नई चेतावनी थी: “छाया, संचार बाधित होने के कारण दुश्मन अब अधिक सतर्क और भ्रमित हैं। वे छोटे, अव्यवस्थित गश्ती दल भेज रहे हैं। ये गलियारे निगरानी रहित हो सकते हैं, लेकिन दुश्मन के सैनिक थर्मल और नाइट विजन गियर का उपयोग कर रहे हैं। तुम्हें अंधेरे का फायदा उठाना होगा, लेकिन सावधान रहना।”

छाया ने अपनी नाइट विविजन गॉगल्स फिर से लगाईं। हरे रंग के फिल्टर से उसे गलियारा स्पष्ट दिखाई दे रहा था, लेकिन बंधकों के लिए यह लगभग पूरी तरह से अंधेरा था। उसने एक बंधक से कहा, “मेरे पीछे रहो, और कोई आवाज़ मत करना। अगर मैं रुकूँ, तो तुम भी रुको।” बंधकों ने सिर हिलाया, उनकी आँखों में डर और विश्वास का मिश्रण था।

वे चुपचाप आगे बढ़ने लगे। छाया सबसे आगे था, उसकी राइफल तैयार थी, उसकी आँखें हर परछाई और हर कोने को स्कैन कर रही थीं। बंधक उसके ठीक पीछे थे, एक-दूसरे का हाथ पकड़े हुए, ताकि वे अंधेरे में भटक न जाएँ। गलियारे में कभी-कभी धातु के पाइपों से पानी टपकने की आवाज़ आती थी, जो सन्नाटे को तोड़ती थी।

अचानक, छाया ने एक हल्की सी हलचल महसूस की – दूर से आती हुई दबी हुई फुसफुसाहट। उसने तुरंत रुकने का इशारा किया, और बंधक भी उसके पीछे रुक गए। उसने अपनी नाइट विजन गॉगल्स को समायोजित किया और गलियारे के अंत की ओर देखा। उसे हरे रंग के फिल्टर से तीन सैनिकों की आकृतियाँ दिखाई दीं, जो थर्मल गॉगल्स पहने हुए थे। वे धीरे-धीरे उनकी ओर बढ़ रहे थे, उनके हथियार तैयार थे।

छाया जानता था कि इस संकीर्ण गलियारे में गोलीबारी करना खतरनाक हो सकता है, क्योंकि इससे बंधकों को नुकसान हो सकता था। उसने अपनी राइफल को नीचे किया और अपनी सामरिक पिस्तौल निकाली। उसने एक फ्लैश-बैंग ग्रेनेड निकाला, पिन खींचा और उसे सैनिकों की ओर फेंका, लेकिन इस बार, उसने उसे एक दीवार से टकराकर उछाल दिया, ताकि वह सैनिकों के ठीक सामने फटे।

ग्रेनेड एक तेज़ चमक और धमाके के साथ फटा, जिससे सैनिक लड़खड़ा गए, उनकी थर्मल गॉगल्स बेकार हो गईं और उनके कानों में तेज़ आवाज़ गूँजने लगी। छाया ने इस अवसर का लाभ उठाया। वह सैनिकों की ओर झपटा, उसकी चालें बिजली जैसी तेज़ थीं। यह एक क्रूर और तीव्र हाथ से हाथ का मुकाबला था, जिसमें कोई दया नहीं थी।

उसने पहले सैनिक को पकड़ा, जो अभी भी लड़खड़ा रहा था, और उसे एक निर्णायक मुक्के से बेहोश कर दिया। दूसरे सैनिक ने अपनी राइफल उठाई, लेकिन छाया ने उसे चकमा दिया और एक त्वरित कोहनी से उसके सिर पर वार किया, जिससे वह भी गिर पड़ा। तीसरे सैनिक ने उस पर हमला करने की कोशिश की, लेकिन छाया ने उसे पकड़ा और उसे एक दीवार पर धकेल दिया, जिससे वह बेहोश हो गया।

बंधकों ने डर से अपनी आँखें बंद कर ली थीं, लेकिन जब उन्होंने देखा कि सैनिक निष्क्रिय हो गए हैं, तो उन्होंने राहत की साँस ली। छाया ने सुनिश्चित किया कि सभी सैनिक निष्क्रिय हो गए हैं। “हम सुरक्षित हैं,” उसने शांत आवाज़ में कहा। “आगे बढ़ते रहो।”

वे आगे बढ़े, लेकिन खतरा अभी टला नहीं था। गलियारे और भी अंधेरे होते जा रहे थे, और अब उन्हें टूटे हुए उपकरण और मलबे से भरे क्षेत्रों को पार करना था। छाया को हर कदम पर सावधान रहना पड़ रहा था, क्योंकि दुश्मन के सैनिक कहीं भी छिपे हो सकते थे, और अंधेरे का फायदा उठाकर हमला कर सकते थे।

अचानक, एक और कोने से, उसे कुछ हलचल महसूस हुई। इस बार, यह एक दबी हुई आवाज़ नहीं थी, बल्कि धातु पर एक भारी चीज़ के घिसटने की आवाज़ थी। छाया ने तुरंत रुकने का इशारा किया। उसने अपनी नाइट विजन गॉगल्स को समायोजित किया और देखा कि एक बड़ा, भारी-भरकम ‘गश्ती-रोबोट’ उनकी ओर बढ़ रहा था, उसकी ऑप्टिक सेंसर लाल चमक रहे थे। रोबोट के हाथों में ऊर्जा तोपें थीं।

नीना ने चेतावनी दी: “छाया, यह एक गश्ती-रोबोट है! यह स्वचालित है, और यह थर्मल सिग्नेचर का पता लगा सकता है! तुम्हें इसे चुपचाप निष्क्रिय करना होगा, नहीं तो यह अलार्म बजा देगा!”

छाया जानता था कि इस रोबोट से गोलीबारी करना बहुत शोर मचाएगा और बंधकों को खतरे में डाल देगा। उसने अपनी राइफल को नीचे किया और अपने सामरिक चाकू को निकाला। उसने बंधकों को एक टूटे हुए सर्वर रैक के पीछे छिपने का इशारा किया।

रोबोट धीरे-धीरे उनकी ओर बढ़ रहा था, उसकी ऑप्टिक सेंसर लगातार स्कैन कर रहे थे। छाया ने अपनी साँस रोकी और रोबोट के करीब पहुँचा। जैसे ही रोबोट उसके पास से गुज़रा, छाया ने उस पर छलांग लगाई, उसकी चालें बिजली जैसी तेज़ थीं। उसने अपने सामरिक चाकू को सीधे रोबोट के केंद्रीय प्रोसेसर में घुसा दिया। एक तेज़ चिंगारी निकली, और रोबोट लड़खड़ाया, उसकी ऊर्जा तोपें बेतरतीब ढंग से आग उगलने लगीं, फिर वह ज़मीन पर गिरकर निष्क्रिय हो गया।

कक्ष में अब फिर से शांति थी, केवल मशीनों की हल्की गुनगुनाहट और छाया की तेज़ साँसों की आवाज़ सुनाई दे रही थी। बंधक अपने छिपने के स्थान से बाहर निकले, उनकी आँखों में राहत थी। “उत्कृष्ट काम, छाया,” नीना ने कहा, उसकी आवाज़ में प्रशंसा थी। “तुमने उन्हें अंधेरे में भी मात दे दी।”

छाया ने बंधकों को फिर से इकट्ठा किया। “हमें तेज़ी से चलना होगा। हम अभी भी खतरे में हैं।” यह ‘अंधेरे में संघर्ष’ था, और छाया ने इसे सफलतापूर्वक पार कर लिया था, अपने कौशल और दृढ़ संकल्प का उपयोग करके बंधकों को सुरक्षित रखा था। वह जानता था कि आगे और भी चुनौतियाँ होंगी, लेकिन वह तैयार था।

अध्याय ८: तकनीकी बाधाएँ

Impregnable Fortress

अंधेरे में संघर्ष को सफलतापूर्वक पार करने के बाद, छाया बंधकों के साथ गढ़ के अगले खंड में पहुँचा। यह खंड पहले की तुलना में अधिक जटिल और तकनीकी रूप से उन्नत था, जिसमें कई बंद दरवाज़े, लेज़र ग्रिड और स्वचालित सुरक्षा प्रणालियाँ थीं जो अभी भी सक्रिय थीं। हवा में बिजली की तीव्र गंध थी, और दीवारों पर लगे सेंसरों से हल्की नीली रोशनी निकल रही थी, जो यह दर्शा रही थी कि यह क्षेत्र अभी भी उच्च-सुरक्षा के अधीन था।

नीना की आवाज़ उसके हेडसेट में गूँजी, उसकी आवाज़ में अब एक नई चेतावनी थी: “छाया, तुम अब गढ़ के मुख्य सुरक्षा ग्रिड क्षेत्र में हो। यहाँ कई तकनीकी बाधाएँ हैं जो तुम्हें और बंधकों को आगे बढ़ने से रोकेंगी। तुम्हें इन बाधाओं को पार करना होगा, लेकिन सावधान रहना, क्योंकि ये बहुत संवेदनशील हैं और अलार्म बजा सकती हैं।”

छाया ने अपनी राइफल को तैयार रखा और बंधकों को अपने पीछे रहने का इशारा किया। “कोई आवाज़ मत करना। मेरे हर कदम पर ध्यान देना।” बंधकों ने सिर हिलाया, उनकी आँखों में डर और उम्मीद दोनों थे।

पहला अवरोध एक विशाल, धातु का दरवाज़ा था, जिस पर एक जटिल बायोमेट्रिक स्कैनर लगा था। स्कैनर पर लाल बत्ती चमक रही थी, जो यह दर्शा रही थी कि यह केवल अधिकृत कर्मियों के लिए था। नीना ने कहा: “छाया, यह एक बायोमेट्रिक लॉक है। इसे मैन्युअल रूप से खोलना मुश्किल होगा। तुम्हें इसे बायपास करना होगा।”

छाया ने अपने विशेष घुसपैठ उपकरण को निकाला। उसने उसे स्कैनर से जोड़ा और डेटा को स्कैन करना शुरू किया। डिवाइस की स्क्रीन पर जटिल कोड और एल्गोरिदम तेज़ी से स्क्रॉल कर रहे थे। लगभग एक मिनट तक, डिवाइस ने काम किया, लेकिन फिर एक तेज़ बीप के साथ एक लाल ‘त्रुटि’ संदेश चमक उठा। “यह बहुत उन्नत है,” छाया ने फुसफुसाया। “इसे सीधे बायपास नहीं किया जा सकता।”

छाया ने दरवाज़े के पास की दीवार का आकलन किया। उसे एक छोटा वेंटिलेशन शाफ्ट दिखाई दिया, जो दरवाज़े के ऊपर था। “मुझे शाफ्ट से जाना होगा,” उसने नीना से कहा। “लेकिन बंधकों के लिए यह बहुत छोटा है।”

नीना ने जवाब दिया: “मुझे पता है, छाया। तुम्हें उन्हें यहाँ छोड़ना होगा, लेकिन उन्हें सुरक्षित रखना होगा। मैं तुम्हें एक वैकल्पिक मार्ग बताऊँगी।”

छाया ने बंधकों को एक सुरक्षित कोने में छिपने का इशारा किया, जहाँ कुछ टूटे हुए सर्वर रैक और मलबे थे। “तुम यहाँ सुरक्षित रहो। मैं इस बाधा को पार करके तुम्हारे लिए रास्ता खोलूँगा।” बंधकों ने सिर हिलाया, उनकी आँखों में चिंता थी।

छाया ने वेंटिलेशन शाफ्ट की ओर बढ़ा। उसने उसे खोला और अंदर कूद गया। शाफ्ट संकीर्ण और अंधेरा था, और उसे रेंगकर आगे बढ़ना पड़ा। हवा में धूल और धातु की गंध थी। लगभग दस मीटर आगे बढ़ने के बाद, वह शाफ्ट के अंत तक पहुँचा, जो एक छोटे से कमरे में खुलता था। यह कमरा दरवाज़े के दूसरी ओर था, और इसमें एक छोटा नियंत्रण पैनल था।

छाया ने पैनल की ओर बढ़ा। नीना ने कहा: “छाया, यह दरवाज़े का मैन्युअल ओवरराइड पैनल है। तुम्हें इसे सक्रिय करना होगा।” छाया ने पैनल पर काम करना शुरू किया, उसकी उंगलियाँ कीपैड पर तेज़ी से चल रही थीं। कुछ ही क्षणों में, एक हरा ‘सफल’ संदेश चमक उठा, और दरवाज़े एक तेज़ सरसराहट के साथ खुल गया।

“दरवाज़ा खुल गया, आवाज़। बंधक अब सुरक्षित रूप से आगे बढ़ सकते हैं।” छाया ने कहा।

लेकिन जैसे ही बंधक दरवाज़े से गुज़रे, एक और तकनीकी बाधा सामने आई। गलियारे में अदृश्य लेज़र जाल सक्रिय हो गए, जो फर्श से छत तक फैल गए थे। ये लेज़र इतने पतले थे कि उन्हें नग्न आँखों से देखना लगभग असंभव था, और उन्हें छूने से एक तेज़ अलार्म बज जाता। नीना ने चेतावनी दी: “छाया, अदृश्य लेज़र जाल! तुम्हें इन्हें निष्क्रिय करना होगा, नहीं तो वे अलार्म बजा देंगे और दुश्मन को तुम्हारी स्थिति का पता चल जाएगा।”

छाया ने अपनी नाइट विजन गॉगल्स फिर से लगाईं। हरे रंग के फिल्टर से उसे लेज़र किरणें स्पष्ट दिखाई दे रही थीं, जो एक जटिल जाल बना रही थीं। उसने अपने विशेष घुसपैठ उपकरण को निकाला और उसे लेज़र ग्रिड से जोड़ा। डिवाइस की स्क्रीन पर कोड तेज़ी से स्क्रॉल करने लगे। इस बार, डिवाइस ने सफलतापूर्वक काम किया, और लेज़र किरणें एक-एक करके बुझ गईं।

“लेज़र जाल निष्क्रिय हो गया, आवाज़।” छाया ने कहा।

लेकिन जैसे ही वे आगे बढ़े, उन्हें एक और चुनौती का सामना करना पड़ा। गलियारे के अंत में, एक बड़ा, स्वचालित ‘सुरक्षा-ड्रोन’ हवा में मंडरा रहा था, उसकी ऑप्टिक सेंसर लाल चमक रहे थे। यह ड्रोन पहले देखे गए ड्रोन से कहीं अधिक उन्नत और शक्तिशाली था, और उसके पास ऊर्जा तोपें थीं। नीना ने चेतावनी दी: “छाया, यह एक उन्नत सुरक्षा-ड्रोन है! यह बहुत तेज़ है और इसमें भारी कवच है। तुम्हें इसे चुपचाप निष्क्रिय करना होगा, नहीं तो यह बंधकों को खतरे में डाल देगा।”

छाया जानता था कि इस ड्रोन से गोलीबारी करना बहुत शोर मचाएगा। उसने अपनी राइफल को नीचे किया और अपने सामरिक चाकू को निकाला। उसने बंधकों को एक टूटे हुए दीवार के पीछे छिपने का इशारा किया।

ड्रोन धीरे-धीरे उनकी ओर बढ़ रहा था, उसकी ऑप्टिक सेंसर लगातार स्कैन कर रहे थे। छाया ने अपनी साँस रोकी और ड्रोन के करीब पहुँचा। जैसे ही ड्रोन उसके पास से गुज़रा, छाया ने उस पर छलांग लगाई, उसकी चालें बिजली जैसी तेज़ थीं। उसने अपने सामरिक चाकू को सीधे रोबोट के केंद्रीय प्रोसेसर में घुसा दिया। एक तेज़ चिंगारी निकली, और रोबोट लड़खड़ाया, उसकी ऊर्जा तोपें बेतरतीब ढंग से आग उगलने लगीं, फिर वह ज़मीन पर गिरकर निष्क्रिय हो गया।

कक्ष में अब फिर से शांति थी, केवल मशीनों की हल्की गुनगुनाहट और छाया की तेज़ साँसों की आवाज़ सुनाई दे रही थी। बंधक अपने छिपने के स्थान से बाहर निकले, उनकी आँखों में राहत थी। “उत्कृष्ट काम, छाया,” नीना ने कहा, उसकी आवाज़ में प्रशंसा थी। “तुमने सभी तकनीकी बाधाओं को पार कर लिया है।”

छाया ने बंधकों को फिर से इकट्ठा किया। “हमें तेज़ी से चलना होगा। हम अब गढ़ के अंतिम स्तरों की ओर बढ़ रहे हैं.” यह ‘तकनीकी बाधाओं’ का अध्याय था, और छाया ने इसे सफलतापूर्वक पार कर लिया था, अपने कौशल और दृढ़ संकल्प का उपयोग करके बंधकों को सुरक्षित रखा था। वह जानता था कि आगे और भी चुनौतियाँ होंगी, लेकिन वह तैयार था।

अध्याय ९: एलीट गार्डों का सामना

Impregnable Fortress

तकनीकी बाधाओं को सफलतापूर्वक पार करने के बाद, छाया बंधकों के साथ गढ़ के अगले खंड में पहुँचा। यह खंड एक विशाल, भव्य हॉल था, जिसमें ऊँची छतें और पॉलिश की हुई धातु की फर्श थी। हॉल के केंद्र में, एक बड़ा, चमकता हुआ लिफ्ट शाफ्ट था, जो गढ़ के शीर्ष मंजिल की ओर जाता था। हवा में एक अजीब सी खामोशी थी, जो किसी बड़े टकराव से पहले की शांति का संकेत दे रही थी। नीना की आवाज़ उसके हेडसेट में गूँजी, उसकी आवाज़ में अब एक नई गंभीरता थी: “छाया, तुम अब गढ़ के सबसे सुरक्षित क्षेत्र में हो।

यह नेता के ठिकाने की ओर जाने वाला अंतिम रास्ता है। यहाँ तुम्हें ‘एलीट गार्डों’ का सामना करना होगा। ये दुश्मन के सबसे प्रशिक्षित और खतरनाक सैनिक हैं, जो सीधे नेता के अधीन काम करते हैं। वे अत्यधिक उन्नत कवच और विशेष हथियारों से लैस हैं। तुम्हें बहुत सावधान रहना होगा।”

छाया ने अपनी राइफल को तैयार रखा और बंधकों को एक सुरक्षित कोने में छिपने का इशारा किया, जहाँ कुछ बड़े, धातु के खंभे थे। “तुम यहाँ सुरक्षित रहो। मैं तुम्हें यहाँ से निकालूँगा।” बंधकों ने सिर हिलाया, उनकी आँखों में डर और चिंता का मिश्रण था।

हॉल के दूसरे छोर से, एक भारी धातु का दरवाज़ा खुला, और छह एलीट गार्ड हॉल में प्रवेश कर गए। वे काले, चमकते हुए कवच में थे, जिस पर लाल ऊर्जा रेखाएँ चमक रही थीं। उनके हाथों में उन्नत ऊर्जा राइफलें थीं, जो सामान्य सैनिकों के हथियारों से कहीं अधिक शक्तिशाली थीं। उनके हेलमेट के ऑप्टिक सेंसर लाल चमक रहे थे, जो लगातार स्कैन कर रहे थे। उनकी चालें सटीक और समन्वित थीं, जो उनकी उच्च-स्तरीय प्रशिक्षण को दर्शाती थीं।

एलीट गार्डों ने छाया को तुरंत पहचान लिया। “घुसपैठिया मिला!” एक ने अपनी भारी, यांत्रिक आवाज़ में कहा, जो हॉल में गूँज रही थी। उन्होंने तुरंत अपनी ऊर्जा राइफलें उठाईं और छाया पर एक साथ गोली चलाई। ऊर्जा बीम हवा को चीरती हुई आईं, जिससे हॉल की धातु की दीवारों पर चिंगारियाँ निकलीं और छेद हो गए।

छाया ने तुरंत प्रतिक्रिया दी। वह एक बड़े खंभे के पीछे छलांग लगाई, ऊर्जा बीम खंभे से टकराईं, जिससे धातु पिघलने लगी। उसने अपनी राइफल निकाली और सटीक गोलियों से एक एलीट गार्ड के हेलमेट के ऑप्टिक सेंसर को निशाना बनाया। गोली सीधे लक्ष्य पर लगी, लेकिन कवच बहुत मजबूत था, और गोली उससे टकराकर वापस उछल गई। “इनके कवच बहुत मज़बूत हैं, आवाज़!” छाया ने कहा।

नीना ने जवाब दिया: “छाया, उनके कवच के कमजोर बिंदु उनके जोड़ों पर हैं, जहाँ कवच प्लेटें मिलती हैं! और उनके ऊर्जा पैक उनकी पीठ पर हैं, लेकिन वे छोटे और मुश्किल से दिखने वाले हैं।”

एलीट गार्डों ने अपनी गोलीबारी जारी रखी, उनकी गोलियाँ छाया के कवर के चारों ओर से आ रही थीं, जिससे वह हिलने-डुलने में असमर्थ था। छाया ने एक फ्लैश-बैंग ग्रेनेड निकाला, पिन खींचा और उसे एलीट गार्डों की ओर फेंका। ग्रेनेड एक तेज़ चमक और धमाके के साथ फटा, जिससे गार्ड लड़खड़ा गए, उनकी ऑप्टिक सेंसर अस्थायी रूप से अंधी हो गईं।

छाया ने इस अवसर का लाभ उठाया। वह कवर से बाहर निकला और एलीट गार्डों की ओर भागा, उसकी राइफल तैयार थी। यह एक क्रूर और तीव्र सशस्त्र मुकाबला था, जिसमें कोई दया नहीं थी। उसने पहले एलीट गार्ड के घुटने के जोड़ पर गोली चलाई, जहाँ कवच कमजोर था। गोली सीधे लक्ष्य पर लगी, और गार्ड लड़खड़ाया। छाया ने उस पर झपटा और एक त्वरित कोहनी से उसके हेलमेट के ऑप्टिक सेंसर पर वार किया, जिससे वह निष्क्रिय हो गया।

दूसरे एलीट गार्ड ने अपनी ऊर्जा राइफल उठाई, लेकिन छाया ने उसे चकमा दिया और उसके करीब पहुँचा। उसने गार्ड की राइफल को पकड़ा, उसे घुमाया और गार्ड को एक दीवार पर धकेल दिया, जिससे वह बेहोश हो गया। तीसरे एलीट गार्ड ने उस पर हमला किया, लेकिन छाया ने उसे रोका और एक त्वरित थ्रो से उसे एक खंभे पर फेंक दिया, जिससे वह भी बेहोश हो गया।

अंतिम तीन एलीट गार्डों ने एक साथ छाया पर हमला किया, उनकी ऊर्जा राइफलें आग उगल रही थीं। छाया ने उनकी गोलियों से बचते हुए उनके करीब पहुँचा। उसने एक एलीट गार्ड के कंधे के जोड़ पर गोली चलाई, जिससे वह लड़खड़ाया। छाया ने उस पर झपटा और अपने सामरिक चाकू से उसकी पीठ पर लगे ऊर्जा पैक पर वार किया। एक तेज़ चिंगारी निकली, और गार्ड चिल्लाया, फिर निष्क्रिय हो गया।

दूसरे एलीट गार्ड ने उस पर एक शक्तिशाली मुक्का मारा, लेकिन छाया ने उसे चकमा दिया और एक त्वरित किक से उसके पेट पर वार किया, जहाँ कवच थोड़ा कमजोर था। गार्ड दहाड़ा, लेकिन छाया ने अपनी मार्शल आर्ट कौशल का उपयोग करके उसे परास्त किया। उसने गार्ड के हाथ को पकड़ा, उसे घुमाया और उसे ज़मीन पर गिरा दिया। गार्ड दर्द से कराह उठा। छाया ने उसके सिर पर एक त्वरित प्रहार किया, जिससे वह भी बेहोश हो गया।

अंतिम एलीट गार्ड, जो सबसे कुशल लग रहा था, ने छाया पर कई त्वरित मुक्के और किक मारे। छाया ने उन्हें रोका और जवाबी कार्रवाई की। उसने गार्ड के हमलों से बचते हुए उसके शरीर के कमजोर बिंदुओं पर वार किया – पसलियों पर मुक्के, गर्दन पर वार। गार्ड दहाड़ा, लेकिन छाया ने अपनी मार्शल आर्ट कौशल का उपयोग करके उसे परास्त किया। उसने गार्ड के हाथ को पकड़ा, उसे घुमाया और उसे ज़मीन पर गिरा दिया। गार्ड दर्द से कराह उठा। छाया ने उसके सिर पर एक त्वरित प्रहार किया, जिससे वह भी बेहोश हो गया।

हॉल में अब शांति थी, केवल मशीनों की हल्की गुनगुनाहट और छाया की तेज़ साँसों की आवाज़ सुनाई दे रही थी। एलीट गार्डों को बेअसर कर दिया गया था। छाया ने सुनिश्चित किया कि सभी निष्क्रिय हो गए हैं। उसने बंधकों की ओर देखा, उनकी आँखों में अब राहत और प्रशंसा थी। “हम सुरक्षित हैं,” उसने शांत आवाज़ में कहा। “अब हम शीर्ष मंजिल की ओर बढ़ सकते हैं।”

अध्याय १०: शीर्ष मंजिल की ओर

Impregnable Fortress

एलीट गार्डों को बेअसर करने के बाद, छाया ने बंधकों को एक बार फिर सुरक्षित स्थान पर रहने का इशारा किया। हॉल में बिखरे हुए कवच के टुकड़े और निष्क्रिय ऊर्जा राइफलें एक भयंकर युद्ध की कहानी कह रही थीं। छाया का शरीर दर्द से कराह रहा था, लेकिन उसका दृढ़ संकल्प अटूट था। उसकी आँखें हॉल के केंद्र में स्थित विशाल लिफ्ट शाफ्ट पर टिकी थीं। यह शाफ्ट, काले, पॉलिश किए हुए धातु से बना था, जो गढ़ के शीर्ष मंजिल तक पहुँचने का एकमात्र सीधा मार्ग था – नेता का ठिकाना।

नीना की आवाज़ उसके हेडसेट में गूँजी, उसकी आवाज़ में अब एक नई तत्परता थी: “छाया, तुमने एलीट गार्डों को हरा दिया है! उत्कृष्ट काम! अब तुम्हें मुख्य लिफ्ट शाफ्ट का उपयोग करना होगा। यह सीधे नेता के निजी कक्ष की ओर जाता है। लेकिन सावधान रहना, यह लिफ्ट भी पूरी तरह से सुरक्षित नहीं होगी। वे जानते हैं कि तुम आ रहे हो।”

छाया ने लिफ्ट के दरवाज़े की ओर बढ़ा। दरवाज़ा भारी और बख्तरबंद था, जिस पर एक बड़ा, चमकता हुआ प्रतीक बना था – ब्लैकआउट-ब्रदरहुड का निशान। उसने अपने घुसपैठ उपकरण को निकाला और उसे लिफ्ट के नियंत्रण पैनल से जोड़ा। डिवाइस की स्क्रीन पर कोड तेज़ी से स्क्रॉल करने लगे। कुछ ही क्षणों में, एक हरा ‘सफल’ संदेश चमक उठा, और लिफ्ट के दरवाज़े एक धीमी, यांत्रिक सरसराहट के साथ खुलने लगे।

“लिफ्ट सक्रिय हो गई है, आवाज़,” छाया ने कहा, उसकी आवाज़ में एक हल्की सी थकान थी।

जैसे ही लिफ्ट के दरवाज़े पूरी तरह से खुले, छाया ने बंधकों को अंदर आने का इशारा किया। लिफ्ट का आंतरिक भाग विशाल और स्वच्छ था, जिसमें चमकती हुई धातु की दीवारें और एक बड़ा, पारदर्शी छत था, जिससे वे ऊपर की ओर बढ़ते हुए गढ़ के अंदरूनी हिस्से को देख सकते थे। बंधक अंदर आ गए, उनकी आँखें अभी भी डर से भरी थीं, लेकिन उनमें आशा की एक नई किरण भी थी।

लिफ्ट तेज़ी से ऊपर की ओर बढ़ने लगी, उसकी धातु की केबलें गड़गड़ा रही थीं। जैसे-जैसे वे ऊपर उठते गए, गढ़ की विशालकाय संरचना उनके नीचे सिकुड़ती जा रही थी। पारदर्शी छत से, वे गढ़ के विभिन्न स्तरों को देख सकते थे – सर्वर कक्ष, ऊर्जा ग्रिड, और नीचे के गलियारे, जो अब शांत और निष्क्रिय लग रहे थे।

अचानक, नीना की आवाज़ उसके हेडसेट में एक तेज़ चेतावनी के साथ गूँजी: “छाया! लिफ्ट पर हमला हो रहा है! बाहरी सुरक्षा ड्रोन सक्रिय हो गए हैं! वे लिफ्ट के शाफ्ट से ऊपर आ रहे हैं!”

छाया ने पारदर्शी छत की ओर देखा। उसे ऊपर से आते हुए दो बड़े, उन्नत ‘अटैक-ड्रोन’ दिखाई दिए, उनके ऑप्टिक सेंसर लाल चमक रहे थे और उनके नीचे से ऊर्जा तोपें निकल रही थीं। ड्रोन लिफ्ट के ठीक ऊपर मंडरा रहे थे, और उन्होंने लिफ्ट पर ऊर्जा बीम दागनी शुरू कर दी। ऊर्जा बीम पारदर्शी छत से टकराईं, जिससे तेज़ चिंगारियाँ निकलीं और छत में दरारें पड़ने लगीं।

बंधक डर से चीखने लगे और लिफ्ट के एक कोने में दुबक गए। छाया ने तुरंत प्रतिक्रिया दी। उसने अपनी राइफल उठाई और अटैक-ड्रोन पर निशाना साधा। उसकी गोलियाँ छत से टकराईं, जिससे चिंगारियाँ निकलीं, लेकिन ड्रोन का कवच बहुत मजबूत था। “इनका कवच बहुत मज़बूत है!” छाया ने चिल्लाया।

नीना ने जवाब दिया: “छाया, उनके कमजोर बिंदु उनके पंखों के जोड़ों पर हैं, जहाँ उनकी गतिशीलता नियंत्रित होती है! और उनके केंद्रीय प्रोसेसर उनके निचले हिस्से में हैं!”

छाया ने एक अटैक-ड्रोन के पंखों के जोड़ों पर निशाना साधा, जो लिफ्ट के ठीक ऊपर मंडरा रहा था। एक सटीक गोली, और ड्रोन लड़खड़ाया, उसके पंख बेतरतीब ढंग से घूमने लगे। छाया ने तुरंत उस पर झपटा और एक त्वरित कोहनी से उसके केंद्रीय प्रोसेसर पर वार किया, जिससे वह निष्क्रिय हो गया और शाफ्ट में नीचे गिर गया।

दूसरे अटैक-ड्रोन ने उस पर ऊर्जा बीम दागी, लेकिन छाया ने उसे चकमा दिया और लिफ्ट के अंदरूनी हिस्से से कवर लिया। उसने एक फ्लैश-बैंग ग्रेनेड निकाला, पिन खींचा और उसे ड्रोन की ओर फेंका। ग्रेनेड एक तेज़ चमक और धमाके के साथ फटा, जिससे ड्रोन लड़खड़ा गया, उसके ऑप्टिक सेंसर अस्थायी रूप से अंधी हो गईं।

छाया ने इस अवसर का लाभ उठाया। वह छत से बाहर निकला, उसकी चालें बिजली जैसी तेज़ थीं। उसने ड्रोन पर छलांग लगाई और अपने सामरिक चाकू को सीधे उसके केंद्रीय प्रोसेसर में घुसा दिया। एक तेज़ चिंगारी निकली, और ड्रोन चिल्लाया, फिर निष्क्रिय हो गया और शाफ्ट में नीचे गिर गया।

लिफ्ट अब फिर से शांत थी, केवल उसकी ऊपर की ओर बढ़ने की यांत्रिक आवाज़ सुनाई दे रही थी। पारदर्शी छत पर दरारें थीं, लेकिन लिफ्ट सुरक्षित थी। बंधकों ने राहत की साँस ली।

लिफ्ट एक झटके के साथ रुकी, और दरवाज़े एक धीमी, यांत्रिक सरसराहट के साथ खुलने लगे। छाया एक विशाल, भव्य एंटेचेंबर में खड़ा था, जिसमें लाल और काले रंग की सजावट थी, और केंद्र में एक बड़ा, चमकता हुआ द्वार था। यह द्वार नेता के निजी कक्ष की ओर जाता था। हवा में एक अजीब सी शक्ति और भय की भावना थी।

नीना की आवाज़ उसके हेडसेट में आई, उसकी आवाज़ में अब एक अंतिम चेतावनी थी: “छाया, तुम नेता के ठिकाने पर पहुँच गए हो। अब तुम्हें उसे रोकना होगा। यह अंतिम टकराव होगा।”

छाया ने अपनी राइफल को रीलोड किया। उसका शरीर दर्द कर रहा था, लेकिन उसकी आँखें लक्ष्य पर केंद्रित थीं। उसने बंधकों को एक सुरक्षित कोने में छिपने का इशारा किया। यह ‘शीर्ष मंजिल की ओर’ की यात्रा का अंत था, और वह अब अपने मिशन के अंतिम चरण के लिए तैयार था।

अध्याय ११: नेता का ठिकाना

Impregnable Fortress

‘शीर्ष मंजिल की ओर’ की यात्रा पूरी करने के बाद, छाया बंधकों के साथ नेता के निजी कक्ष के एंटेचेंबर में खड़ा था। यह कक्ष भव्यता और भयावहता का एक अजीब मिश्रण था। दीवारें काले, पॉलिश किए हुए संगमरमर से बनी थीं, जिन पर लाल रंग की ऊर्जा रेखाएँ चमक रही थीं, जो गढ़ के गहरे रहस्यों को दर्शाती थीं। छत से विशाल, नुकीले धातु के झूमर लटक रहे थे, जो एक भयावह चमक बिखेर रहे थे। कक्ष के केंद्र में, एक बड़ा, चमकता हुआ द्वार था, जो नेता के निजी कक्ष की ओर खुलता था। हवा में एक अजीब सी ठंडी और भारीपन थी, जो किसी शक्तिशाली उपस्थिति का संकेत दे रही थी।

नीना की आवाज़ उसके हेडसेट में गूँजी, उसकी आवाज़ में अब एक गंभीर चेतावनी थी: “छाया, तुम नेता के ठिकाने पर हो। यह गढ़ का सबसे सुरक्षित और अंतिम क्षेत्र है। नेता, जिसे ‘अंधकार-स्वामी’ के नाम से जाना जाता है, यहीं है। वह अत्यधिक शक्तिशाली है और उसने खुद को गढ़ की मुख्य शक्ति स्रोत से जोड़ रखा है। तुम्हें बहुत सावधान रहना होगा।”

छाया ने बंधकों को एंटेचेंबर के एक सुरक्षित कोने में छिपने का इशारा किया, जहाँ कुछ बड़े, धातु के स्तंभ थे। “तुम यहीं रहो। मैं अंदर जा रहा हूँ।” बंधकों ने डर से सिर हिलाया, उनकी आँखों में आशा की एक अंतिम किरण थी।

छाया ने अपने राइफल को तैयार रखा और नेता के कक्ष के द्वार की ओर बढ़ा। द्वार पर कोई स्पष्ट लॉक या सेंसर नहीं था, जैसे कि वह किसी को भी अंदर आने के लिए आमंत्रित कर रहा हो। छाया ने एक गहरी साँस ली, उसके शरीर में दर्द था, लेकिन उसका दृढ़ संकल्प अटूट था। उसने द्वार को धीरे से खोला, और एक तेज़, ठंडी हवा का झोंका उसके चेहरे से टकराया।

कक्ष एक विशाल, गोलाकार कमरा था, जिसके केंद्र में एक बड़ा, चमकता हुआ ऊर्जा कोर था। यह कोर गढ़ की मुख्य शक्ति स्रोत था, और उससे काली ऊर्जा की लहरें निकल रही थीं, जो पूरे कक्ष में फैल रही थीं। हवा में बिजली की तीव्र गंध थी, और दीवारों पर लगे डिस्प्ले पर जटिल ऊर्जा रीडआउट और चेतावनी प्रकाश चमक रहे थे, जो बढ़ते हुए ऊर्जा स्तरों का संकेत दे रहे थे।

अंधकार-स्वामी, ब्लैकआउट-ब्रदरहुड का नेता, कोर के ठीक सामने खड़ा था। उसने एक विशेष ‘घातक-सूट’ पहन रखा था, जो पहले देखे गए एलीट गार्डों के कवच से कहीं अधिक उन्नत और शक्तिशाली था। यह सूट काले धातु से बना था, जिस पर बैंगनी ऊर्जा रेखाएँ चमक रही थीं, और उसकी पीठ पर एक विशाल ऊर्जा पैक लगा था, जो सीधे ऊर्जा कोर से जुड़ा था। उसके हाथों में दो विशाल, ऊर्जा-दागने वाली तोपें थीं, जो सीधे छाया की ओर इशारा कर रही थीं। उसकी आँखों से लाल लेज़र किरणें निकल रही थीं, जो उसके हेलमेट के विज़र से चमक रही थीं।

“आखिरकार तुम आ ही गए, घुसपैठिया!” अंधकार-स्वामी ने अपनी भारी, गूँजती हुई, यांत्रिक आवाज़ में कहा, जो कक्ष में गूँज रही थी। उसकी आवाज़ में एक अजीब सी क्रूरता और आत्मविश्वास था। “तुम्हारी यात्रा यहीं समाप्त होती है! गढ़ की शक्ति अब मेरी होगी, और मैं इस दुनिया का नया शासक बनूँगा!”

छाया ने अपनी राइफल उठाई, उसकी पकड़ मज़बूत थी। “तुम गलत हो, अंधकार-स्वामी! इंसानियत कभी तुम्हारे नियंत्रण में नहीं आएगी!”

दोनों के बीच एक भयंकर युद्ध छिड़ गया। अंधकार-स्वामी ने अपनी ऊर्जा तोपों से छाया पर हमला करना शुरू कर दिया, उनके गोले बैंगनी चमक के साथ हवा को चीरते हुए आ रहे थे। छाया ने तुरंत एक विशाल ऊर्जा संचायक के पीछे कवर लिया, ऊर्जा गोले संचायक से टकराए, जिससे धातु पिघलने लगी और तेज़ आवाज़ हुई। छाया ने अपनी राइफल से अंधकार-स्वामी पर गोली चलाई, लेकिन उसका घातक-सूट बहुत मजबूत था, गोलियाँ उससे टकराकर वापस उछल रही थीं।

नीना की आवाज़ उसके हेडसेट में गूँजी, उसकी आवाज़ में अब एक गहरी घबराहट थी: “छाया, अंधकार-स्वामी का सूट सीधे ऊर्जा कोर से जुड़ा हुआ है! तुम्हें उसे कोर से अलग करना होगा, नहीं तो वह अजेय रहेगा! उसके सूट का मुख्य ऊर्जा स्रोत उसकी पीठ पर है, लेकिन वह एक शक्तिशाली ऊर्जा ढाल से सुरक्षित है!”

छाया जानता था कि यह अंतिम टकराव था। उसे अंधकार-स्वामी को हराना होगा, चाहे कुछ भी हो जाए। उसने अपनी राइफल को नीचे किया और अपने सामरिक चाकू को निकाला।

अध्याय १२: अंतिम टकराव

Impregnable Fortress

 

अंधकार-स्वामी के ठिकाने पर पहुँचने के बाद, छाया और अंधकार-स्वामी के बीच एक भयंकर युद्ध छिड़ गया। कक्ष में ऊर्जा कोर से निकलती हुई काली ऊर्जा की लहरें और दीवारों पर चमकते हुए चेतावनी प्रकाश एक भयावह वातावरण बना रहे थे। अंधकार-स्वामी, अपने घातक-सूट में, एक अजेय शक्ति की तरह लग रहा था, उसके हाथों से निकलती हुई ऊर्जा तोपें और आँखों से चमकती हुई लेज़र किरणें छाया पर लगातार हमला कर रही थीं।

छाया ने अपनी असाधारण फुर्ती और युद्ध कला का प्रदर्शन करते हुए अंधकार-स्वामी के हमलों से बचता रहा। वह कक्ष के विशाल ऊर्जा संचायकों और सर्वर रैक के पीछे कवर लेता रहा, जबकि अंधकार-स्वामी के ऊर्जा गोले उनसे टकराकर विस्फोट कर रहे थे, जिससे धातु पिघल रही थी और चिंगारियाँ निकल रही थीं। छाया ने अपनी राइफल से अंधकार-स्वामी पर गोली चलाई, लेकिन उसका घातक-सूट इतना मजबूत था कि गोलियाँ उससे टकराकर वापस उछल रही थीं।

नीना की आवाज़ उसके हेडसेट में गूँजी, उसकी आवाज़ में अब एक नई तत्परता थी: “छाया, तुम्हें उसे ऊर्जा कोर से अलग करना होगा! उसके सूट का मुख्य ऊर्जा स्रोत उसकी पीठ पर है, लेकिन वह एक शक्तिशाली ऊर्जा ढाल से सुरक्षित है! तुम्हें पहले ढाल को तोड़ना होगा!”

छाया जानता था कि उसे एक जोखिम भरी चाल चलनी होगी। उसने अंधकार-स्वामी को उलझाने के लिए लगातार हमला किया, अपनी राइफल से उसके सूट पर गोलियाँ बरसाईं, जबकि वह खुद उसके हमलों से बचता रहा। अंधकार-स्वामी ने अपनी विशाल यांत्रिक भुजाओं से छाया पर हमला किया, उसे पकड़ने की कोशिश की, लेकिन छाया उसकी पहुँच से बाहर रहा।

इसी दौरान, छाया ने एक फ्लैश-बैंग ग्रेनेड निकाला, पिन खींचा और उसे अंधकार-स्वामी के ठीक सामने फेंका। ग्रेनेड एक तेज़ चमक और धमाके के साथ फटा, जिससे अंधकार-स्वामी लड़खड़ा गया, उसकी आँखों से निकलती हुई लेज़र किरणें अस्थायी रूप से बुझ गईं और उसके कानों में तेज़ आवाज़ गूँजने लगी। उसका ऊर्जा ढाल कुछ पल के लिए कमज़ोर पड़ गया।

छाया ने इस अवसर का लाभ उठाया। वह अपनी राइफल को छोड़कर, अपनी सामरिक पिस्तौल निकाली और अंधकार-स्वामी की ओर भागा। यह एक क्रूर और तीव्र हाथ से हाथ का मुकाबला था, जिसमें कोई दया नहीं थी। जैसे ही छाया अंधकार-स्वामी के करीब पहुँचा, उसने अपनी पूरी शक्ति से एक विशेष शारीरिक हमला किया, जिसे ‘घातक-प्रहार’ कहा जाता था। उसने अपने सामरिक चाकू को सीधे सूट के पीठ पर वार किया, जहाँ उसका ऊर्जा स्रोत था। चाकू सीधे ऊर्जा ढाल को भेद गया, और सूट में एक बड़ी दरार पड़ गई।

एक तेज़ धमाका हुआ, और अंधकार-स्वामी चिल्लाया, उसकी आवाज़ में दर्द और हार थी। उसके सूट से बैंगनी ऊर्जा की लहरें निकलनी बंद हो गईं, और वह ऊर्जा कोर से अलग हो गया। उसका घातक-सूट टूट गया और वह ज़मीन पर गिर पड़ा, उसकी शक्ति क्षीण हो गई थी। ऊर्जा कोर की काली चमक धीमी पड़ने लगी, और दीवारों पर चमकते हुए चेतावनी प्रकाश बुझ गए। गढ़ में अब शांति थी, केवल मशीनों की हल्की गुनगुनाहट और छाया की तेज़ साँसों की आवाज़ सुनाई दे रही थी।

छाया ने सुनिश्चित किया कि अंधकार-स्वामी पूरी तरह से निष्क्रिय हो गया है। उसने ऊर्जा कोर की ओर देखा, जो अब एक शांत, नीली चमक के साथ जगमगा रहा था। गढ़ की शक्ति स्रोत अब सुरक्षित थी। “अंधकार-स्वामी परास्त, आवाज़। ऊर्जा कोर सुरक्षित है।”

अध्याय १३: पतन और मुक्ति

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अंधकार-स्वामी के पतन के बाद, गढ़ के भीतर एक अजीब सी शांति छा गई। ऊर्जा कोर अब एक स्थिर, नीली चमक के साथ जगमगा रहा था, जिससे कक्ष में एक शांत और सुरक्षित वातावरण बन गया था। ब्लैकआउट-ब्रदरहुड का संगठन, अपने नेता के पतन और संचार प्रणाली के बाधित होने के कारण, पूरी तरह से ढह गया था। गढ़ के भीतर बचे हुए आतंकवादी, जो अभी भी प्रतिरोध कर रहे थे, को हब की बाहरी सुरक्षा टीमों द्वारा पकड़ लिया गया था, जिन्होंने छाया के अंदरूनी हमले का फायदा उठाकर अपनी स्थिति मजबूत कर ली थी।

नीना की आवाज़ उसके हेडसेट में आई, उसमें राहत और प्रशंसा थी: “उत्कृष्ट काम, छाया! तुमने असंभव को संभव कर दिखाया। गढ़ अब सुरक्षित है, और बंधकों को भी सुरक्षित कर लिया गया है। निकासी टीम रास्ते में है, वे मुख्य प्रवेश द्वार पर पहुँच रहे हैं। तुम बाहर निकलो।”

छाया ने ऊर्जा कोर को अंतिम बार देखा। उसने महसूस किया कि उसका मिशन पूरा हो गया था। उसका शरीर दर्द से कराह रहा था, उसके कवच पर खरोंचें थीं, और उसकी साँसें अभी भी तेज़ थीं, लेकिन उसके चेहरे पर एक जीत की मुस्कान थी। वह नेता के कक्ष से बाहर निकला और एंटेचेंबर में बंधकों की ओर बढ़ा। बंधक अभी भी स्तंभों के पीछे दुबके हुए थे, लेकिन जब उन्होंने छाया को देखा, तो उनकी आँखों में आशा की एक नई किरण चमक उठी।

“आप सुरक्षित हैं,” छाया ने शांत आवाज़ में कहा। “अब हम यहाँ से निकल सकते हैं।”

बंधक धीरे-धीरे बाहर आए, उनकी आँखों में राहत और कृतज्ञता थी। उनमें से एक, एक वृद्ध वैज्ञानिक, ने कहा: “धन्यवाद, छाया। तुमने हमें बचाया। हमें लगा था कि सब खत्म हो गया।”

छाया ने बंधकों को अपने पीछे चलने का इशारा किया। वे हॉल से होते हुए लिफ्ट शाफ्ट की ओर बढ़े। लिफ्ट अब काम कर रही थी, और उन्होंने नीचे की ओर यात्रा शुरू की। जैसे-जैसे वे नीचे उतरते गए, गढ़ के विभिन्न स्तरों से शांति की भावना फैलती जा रही थी। उन्हें रास्ते में गढ़ के सुरक्षा गार्ड मिले, जो अब स्थिति को नियंत्रित कर रहे थे। उन्होंने छाया और बंधकों को देखा, उनकी आँखों में सम्मान था। कुछ ने छाया को सलाम किया, और छाया ने उन्हें एक सिर हिलाकर जवाब दिया।

वे मुख्य प्रवेश द्वार तक पहुँचे, जहाँ लॉबी अब शांत थी, केवल टूटे हुए कांच और मलबे के निशान बचे थे। बाहर, रेगिस्तानी रात अभी भी गहरी थी, लेकिन दूर क्षितिज पर सुबह की पहली किरणें दिखाई देने लगी थीं। एक विशेष हेलीकॉप्टर, उसकी फर्म का लोगो उस पर चमक रहा था, गढ़ के ऊपर मंडरा रहा था। यह निकासी टीम थी।

छाया ने बंधकों को हेलीकॉप्टर में सवार होने में मदद की। उन्होंने एक-एक करके हेलीकॉप्टर में प्रवेश किया, उनकी आँखों में नई ज़िंदगी की चमक थी। अंत में, छाया भी हेलीकॉप्टर में सवार हो गया। हेलीकॉप्टर ने उड़ान भरी और वे रेगिस्तानी आकाश में ऊपर उठ गए। नीचे, अभेद्य गढ़ अब शांत और सुरक्षित लग रहा था, जैसे उसने एक भयानक सपने से मुक्ति पाई हो।

यह ‘पतन और मुक्ति’ का क्षण था। अंधकार-स्वामी का साम्राज्य ध्वस्त हो गया था, और बंधकों को आज़ादी मिल गई थी। छाया ने अपनी असाधारण युद्ध कला, तीव्र प्रतिक्रिया और निडरता से एक बार फिर साबित कर दिया था कि वह एक सच्चा नायक था।

अध्याय १४: निकासी मार्ग

Impregnable Fortress

हेलीकॉप्टर ने अभेद्य गढ़ के ऊपर से उड़ान भरी, और छाया ने नीचे देखा। गढ़, जो कुछ ही देर पहले एक युद्ध क्षेत्र था, अब शांत और निष्क्रिय लग रहा था, जैसे एक विशालकाय धातु का स्मारक हो। बंधक हेलीकॉप्टर के अंदर सुरक्षित थे, उनकी आँखों में अभी भी थकान थी, लेकिन उनमें एक गहरी राहत और कृतज्ञता भी थी। नीना की आवाज़ उसके हेडसेट में आई, उसकी आवाज़ में अब एक हल्की सी मुस्कान थी: “छाया, तुम सुरक्षित हो। निकासी मार्ग स्पष्ट है। हम तुम्हें सुरक्षित क्षेत्र तक पहुँचा रहे हैं।”

छाया ने एक गहरी साँस ली। उसका शरीर दर्द कर रहा था, लेकिन उसके मन में एक असीम शांति थी। मिशन पूरा हो गया था। उसने बंधकों की ओर देखा। उनमें से एक, वही युवा इंजीनियर जिसे उसने सबसे पहले बचाया था, ने उसकी ओर देखकर सिर हिलाया।

हेलीकॉप्टर तेज़ी से रेगिस्तानी आकाश में आगे बढ़ रहा था। नीचे, रेत के टीले चाँद की हल्की रोशनी में चमक रहे थे, और दूर क्षितिज पर सुबह की पहली किरणें और स्पष्ट होती जा रही थीं। यह एक नई शुरुआत का प्रतीक था।

अचानक, नीना की आवाज़ उसके हेडसेट में एक नई चेतावनी के साथ गूँजी: “छाया, हमारे रडार पर कुछ दिखाई दे रहा है! क्रूर निगम के कुछ बचे हुए ड्रोन और एक छोटा हमलावर जहाज़ तुम्हारी ओर आ रहे हैं! ऐसा लगता है कि वे अंधकार-स्वामी के पतन का बदला लेना चाहते हैं!”

छाया ने तुरंत प्रतिक्रिया दी। उसने हेलीकॉप्टर के पायलट से कहा: “तेज़ करो! हमें उन्हें चकमा देना होगा!” पायलट ने हेलीकॉप्टर की गति बढ़ाई, लेकिन हमलावर जहाज़ तेज़ी से करीब आ रहा था, और उसके ड्रोन हेलीकॉप्टर पर ऊर्जा बीम दाग रहे थे।

छाया जानता था कि उसे बंधकों को खतरे में नहीं डालना चाहिए। उसने हेलीकॉप्टर के पिछले हिस्से में स्थित एक छोटे से हथियार स्टेशन की ओर बढ़ा। यह एक स्वचालित बुर्ज था, जिसे मैन्युअल रूप से नियंत्रित किया जा सकता था। उसने बुर्ज को सक्रिय किया और हमलावर जहाज़ और ड्रोनों पर निशाना साधा। ऊर्जा बीम हवा को चीरती हुई आईं, और छाया ने जवाबी गोलीबारी शुरू कर दी।

यह एक तीव्र हवाई युद्ध था। ड्रोन तेज़ी से उड़ रहे थे, हेलीकॉप्टर के चारों ओर घूम रहे थे, और हमलावर जहाज़ लगातार ऊर्जा गोले दाग रहा था। छाया ने अपनी सटीकता का प्रदर्शन करते हुए ड्रोनों को एक-एक करके निष्क्रिय कर दिया। ड्रोन विस्फोट कर रहे थे और आकाश में चिंगारियाँ बिखेर रहे थे।

लेकिन हमलावर जहाज़ बहुत बड़ा और शक्तिशाली था। उसके ऊर्जा गोले हेलीकॉप्टर के कवच से टकरा रहे थे, जिससे कंपन हो रहा था और चेतावनी प्रकाश चमक रहे थे। छाया जानता था कि उसे जहाज़ को निष्क्रिय करना होगा, नहीं तो वे बच नहीं पाएंगे। उसने जहाज़ के कमजोर बिंदु की तलाश की – उसके मुख्य ऊर्जा कोर, जो उसके निचले हिस्से में स्थित था।

छाया ने पायलट से कहा: “जहाज़ के नीचे जाओ! मुझे उसके ऊर्जा कोर पर निशाना साधना है!” पायलट ने हेलीकॉप्टर को तेज़ी से नीचे झुकाया, हमलावर जहाज़ के ठीक नीचे आ गया। जहाज़ ने तुरंत पलटकर उन पर हमला करने की कोशिश की, लेकिन हेलीकॉप्टर बहुत तेज़ था।

छाया ने अपनी पूरी शक्ति से बुर्ज से गोली चलाई, उसकी ऊर्जा बीम सीधे जहाज़ के ऊर्जा कोर पर लगीं। एक तेज़ धमाका हुआ, और जहाज़ लड़खड़ाया, उससे आग की लपटें निकलने लगीं। जहाज़ ने नियंत्रण खो दिया और रेगिस्तान में नीचे गिर गया, एक विशाल विस्फोट के साथ।

आकाश में अब शांति थी। नीना की आवाज़ उसके हेडसेट में आई, उसमें राहत थी: “उत्कृष्ट काम, छाया! तुमने उन्हें हरा दिया! अब कोई खतरा नहीं है।”

हेलीकॉप्टर ने अपनी यात्रा जारी रखी। बंधक छाया की ओर देखकर मुस्कुराए, उनकी आँखों में अब केवल कृतज्ञता थी। छाया ने एक गहरी साँस ली। निकासी मार्ग अब पूरी तरह से सुरक्षित था। यह ‘निकासी मार्ग’ था, और वह अब अपने मिशन के अंतिम पड़ाव की ओर बढ़ रहा था।

अध्याय १५: जीत का सूर्योदय

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निकासी मार्ग को सफलतापूर्वक पार करने के बाद, हेलीकॉप्टर एक सुरक्षित सैन्य अड्डे पर उतरा, जो रेगिस्तान के किनारे पर स्थित था। सुबह का सूरज अब पूरी चमक के साथ आकाश में चमक रहा था, उसकी सुनहरी किरणें रेत के टीलों पर पड़ रही थीं। हवा ताज़ी और शांत थी, जो गढ़ के भीतर की घुटन भरी हवा से बिल्कुल अलग थी।

हेलीकॉप्टर के दरवाज़े खुले, और छाया बंधकों के साथ बाहर निकला। सैन्य अड्डे के अधिकारी और एक मेडिकल टीम उनका इंतज़ार कर रही थी। बंधकों को तुरंत मेडिकल जाँच के लिए ले जाया गया, जहाँ उन्हें भोजन और पानी दिया गया। उनके चेहरों पर अब मुस्कान थी, और उनकी आँखों में एक नई ज़िंदगी की चमक थी।

नीना हेलीकॉप्टर से बाहर निकली और छाया की ओर बढ़ी। “तुमने कर दिखाया, छाया!” उसने कहा, उसकी आवाज़ में गर्व और राहत थी। “तुमने अकेले ही एक पूरे संगठन को ध्वस्त कर दिया और बंधकों को सुरक्षित निकाला। तुम एक सच्चे नायक हो।”

छाया ने एक हल्की सी मुस्कान दी। उसका शरीर दर्द कर रहा था, लेकिन उसके मन में एक असीम संतुष्टि थी। उसने अपने सामरिक गियर को उतारा और अपनी राइफल, पिस्तौल और चाकू को एक अधिकारी को सौंप दिया। उसका मिशन पूरा हो गया था।

सैन्य अड्डे के कमांडर, एक अनुभवी जनरल, छाया के पास आए। “छाया,” जनरल ने कहा, उसकी आवाज़ में सम्मान था। “तुम्हारी बहादुरी और कौशल ने हमें एक बड़ी आपदा से बचाया है। ब्लैकआउट-ब्रदरहुड का साम्राज्य अब खत्म हो गया है, और उनके नेता को पकड़ लिया गया है। तुमने मानवता के लिए एक महान सेवा की है।”

छाया ने सिर हिलाया। उसने दूर क्षितिज की ओर देखा, जहाँ सूरज की किरणें रेगिस्तान को रोशन कर रही थीं। यह ‘जीत का सूर्योदय’ था। न केवल उसके लिए, बल्कि उन सभी बंधकों के लिए भी, जिन्हें उसने बचाया था, और उन सभी लोगों के लिए भी, जो अब ब्लैकआउट-ब्रदरहुड के खतरे से मुक्त थे।

उसने नीना की ओर देखा। “अब क्या?” उसने पूछा।

नीना मुस्कुराई। “अब आराम। और फिर, शायद एक नया मिशन।”

छाया ने एक गहरी साँस ली। उसे पता था कि दुनिया में अभी भी कई खतरे थे, और उसकी यात्रा अभी खत्म नहीं हुई थी। लेकिन आज के लिए, उसने अपना काम कर दिया था। उसने एक नया सवेरा लाया था।

निष्कर्ष इस प्रकार, ‘छाया’ ने अपनी अदम्य शक्ति, असाधारण युद्ध कौशल और निडरता से एक खतरनाक मिशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। उसने न केवल अभेद्य गढ़ को भेदकर बंधकों को मुक्त किया, बल्कि एक विनाशकारी संगठन को भी ध्वस्त कर दिया। उसकी कहानी एक प्रेरणा है कि चाहे कितनी भी बड़ी चुनौती क्यों न हो, साहस और दृढ़ संकल्प से उसे पार किया जा सकता है।

उसकी बहादुरी और निस्वार्थता ने यह साबित कर दिया कि आधुनिक दुनिया में भी, जहाँ तकनीक और शक्ति हावी है, सच्ची शक्ति मानवीय भावना और निस्वार्थता में निहित होती है, जो हमें सही और गलत के बीच अंतर करने की क्षमता देती है। ‘जीत का सूर्योदय’ केवल एक दिन की शुरुआत नहीं था, बल्कि एक नए युग की शुरुआत थी, जहाँ आशा और स्वतंत्रता की किरणें फिर से चमक रही थीं, ‘छाया’ जैसे नायकों के कारण, जो हमेशा न्याय के लिए खड़े रहते हैं।

समाप्त


अभेद्य गढ़ – Impregnable Fortress (देखें)

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