छाया का सच
छाया का सच ईशा, एक युवा आर्किटेक्ट, अपने पिता मनोज से एक फोन कॉल के बाद अपने गाँव लौटती है। वहाँ उसे पता चलता है कि एक प्रभावशाली बिल्डर, प्रताप, उनके परिवार की पुश्तैनी ज़मीन पर कब्ज़ा करना चाहता है। गाँव के बुजुर्गों की मदद और एक युवा इतिहासकार, विक्रांत, के साथ मिलकर वह अपने दादाजी के अतीत के एक छुपे हुए सच को उजागर करती है, जो प्रताप के...