आरव और छाया पुस्तकालय
सारांश: गर्मियों की छुट्टियों में, 12 साल का आरव और उसकी 11 साल की साहसी बहन रुहानी शांतिवन में एक रहस्यमय, पुराना पुस्तकालय खोज निकालते हैं—'छाया पुस्तकालय'। अंदर, वे किताबों के एक लाइब्रेरियन, श्रीमान रुमाल सिंह से मिलते हैं, जो बताते हैं कि कहानियाँ मर रही हैं। पता चलता है कि जो कहानियाँ अब कोई नहीं पढ़ता, उन्हें छायालोक (कहानियों की अदृश्य दुनिया) में मौजूद छाया रक्षक धीरे-धीरे मिटा रहे...