जादुई बाँसुरी का बवाल
जादुई बाँसुरी का बवाल सुंदरपुर गाँव का धीरेंद्र एक परम आलसी व्यक्ति था, जिसकी ज़िंदगी बस दिन में सोने और रात में सपने देखने में बीतती थी। उसकी पत्नी मालिनी के लाख समझाने पर भी वह काम से बचता था। एक दिन, जंगल में उसे एक ऐसी जादुई बाँसुरी मिली, जो बजाने पर निर्जीव वस्तुओं को नचाने लगती थी। लेकिन इस बाँसुरी की एक शरारती आदत थी – यह हर...