पहाड़ी छाया
पहाड़ी छाया बीसवीं सदी के शुरुआती दशक में, एक साहसी पर्वतारोही देवांश हिमालय की एक रहस्यमयी, अज्ञात चोटी पर चढ़ने का प्रयास करता है। जैसे-जैसे वह अकेला और ऊँचाई पर जाता है, एक अजीब छाया उसका पीछा करती है, जो धीरे-धीरे उसकी मानसिक शांति को नष्ट कर देती है। उसे महसूस होता है कि वह छाया कोई साधारण चीज़ नहीं, बल्कि उसके अंदर का ही एक भयावह रूप है, जो...