एक सूखी शाख
एक सूखी शाख वरुण, एक युवा माली, अपने पैतृक गाँव में सूखी पड़ी बगीचे को फिर से हरा-भरा करने में जुटा है। उसके पिता ने इस बगीचे को छोड़ दिया है और उसकी बहन, पायल, इसे बेचकर एक आधुनिक बैंक्वेट हॉल बनवाना चाहती है। वरुण को अपनी माँ की एक छिपी हुई डायरी मिलती है, जिसमें एक गहरा राज़ छिपा है। यह राज़ उसे न सिर्फ़ अपने परिवार के इतिहास...