अदृश्य ताल
अदृश्य ताल यह कहानी एक महान नर्तक सुलभ की है, जो अपनी कला की सीमाओं से निराश होकर एक ऐसी दिव्य लय की तलाश में निकलता है जिसे उसने अपने स्वप्न में सुना था। अपनी इस खोज में, वह एक मौन गुरु से मिलता है और यह सीखता है कि ब्रह्मांड का सबसे शुद्ध नृत्य बाहरी प्रदर्शन नहीं, बल्कि एक आंतरिक भाव है। वह जान लेता है कि उसका सच्चा...