समय-चक्र
समय-चक्र प्रद्योत, कलकत्ता के एक कुशल युवा घड़ीसाज़, को एक रहस्यमयी, सदियों पुराने घड़ी के बुर्ज की मरम्मत का काम मिलता है। यह बुर्ज एक प्राचीन और जीवित काल-यंत्र का घर था, जो समय को नियंत्रित कर सकता था। जैसे-जैसे प्रद्योत उस यंत्र के क़रीब आता है, वह खुद को एक भयावह समय-जाल में फँसा हुआ पाता है। घड़ी का बुर्ज उन्नीसवीं सदी का मध्य, कलकत्ता शहर की गलियों में...