अँधेरा मोड़
अँधेरा मोड़ महानगर की भागती-दौड़ती ज़िंदगी में, सेवानिवृत्त जासूस विक्रम अपने पुराने घर में शांति से जी रहा था। एक अधूरा मामला, एक शातिर कला चोर की खोज, उसके ज़हन में एक दर्दनाक याद की तरह बनी हुई थी। अचानक, उसे डाक से एक पुराना, बिना पते का लिफाफा मिलता है। उसके अंदर एक ऐसा सुराग छिपा है, जो उसे फिर से उस अँधेरे में खींच लेता है जहाँ से...