मृत्तिका का मौन
मृत्तिका का मौन कश्यप-मंडल आकाशगंगा में एक भयावह मौन छा गया है। वैकुंठ-सूर्य, जो इस मंडल का हृदय है, धीरे-धीरे अपनी ऊर्जा खो रहा है। एक प्राचीन, जीवित कवक 'मृत्तिका' सूर्य के जीवन को निगल रहा है। वायुमंत का दल, इस अदृश्य शत्रु को रोकने और ब्रह्मांड को पूर्ण विस्मृति से बचाने के लिए, एक ऐसी यात्रा पर निकलता है जहाँ उन्हें अपने ही अस्तित्व पर प्रश्न करने पड़ते हैं।...