साइकिल की घंटी और नीले जूते
साइकिल की घंटी और नीले जूते संक्षिप्त विवरण:यह कहानी है यश बर्वे की — एक 15 वर्षीय शांत और समझदार किशोर, जो पुणे के एक पुराने कॉलोनी इलाके में अपने माता-पिता और छोटी बहन के साथ रहता है। उसे पुरानी चीज़ों से लगाव है — पुरानी किताबें, पुरानी तस्वीरें और उसकी सबसे प्यारी चीज़ — उसकी पुरानी नीली साइकिल। स्कूल तक का उसका सफ़र रोज़ वही होता है — वही...