सूर्यकेतु-शून्य का जाल
सूर्यकेतु-शून्य का जाल शहर की सबसे बड़ी बैंक, 'प्रगति बैंक' पर अचानक हमला। बंधक संकट, अलार्म खामोश और संचार व्यवस्था ठप्प। सूर्यकेतु को पता चलता है कि यह सिर्फ एक डकैती नहीं, बल्कि देश के भविष्य को ख़त्म करने की साज़िश है। आदित्यनगर की सुबह हमेशा की तरह शांत थी। सड़कों पर गाड़ियों का शोर, लोगों की भागदौड़ और आसमान में चमकता हुआ सूरज। शहर की सबसे ऊँची इमारत, प्रगति...