विस्मृत स्पंदन
विस्मृत स्पंदन चन्द्रमा के निर्जन ध्रुव पर स्थित एक एकाकी बेस में, जीवन की एकमात्र ऊर्जा एक जीवंत कोर से आती थी। जब उस कोर ने अपनी स्मृति को मतिभ्रम में दोहराना शुरू किया, तो एक युवा जैव-इंजीनियर को उस कोर के भीतर एक अनसुनी चेतना को खोजना पड़ा। उसे एक ऐसी सच्चाई का सामना करना था जो उनके अस्तित्व की नींव को हिला सकती थी। एकाकी बेस चन्द्रमा का...