छाया का विग्रह
छाया का विग्रह नर्मदा नदी के किनारे बसे एक छोटे गाँव में, जहाँ अकाल और बीमारी ने सब कुछ तबाह कर दिया है, एक युवा शिल्पकार धीरज को एक प्राचीन, रहस्यमयी मूर्ति मिलती है। जैसे-जैसे वह मूर्ति गाँव में समृद्धि लाती है, उसकी छाया एक भयानक मानसिक आतंक का कारण बनती है। यह भय धीरे-धीरे गाँव के लोगों को एक दूसरे के ख़िलाफ़ कर देता है, और धीरज व उसकी...