शब्द-लोक का आह्वान
शब्द-लोक का आह्वान शब्द-लोक का आह्वान: एक आधुनिक महानगर में, जहाँ संचार की अधिकता ने शब्दों के वास्तविक अर्थ को खो दिया है, एक युवा भाषाविद् को पता चलता है कि वह 'शब्द-लोक' में प्रवेश कर सकता है। यह एक समानांतर आयाम है जहाँ हर शब्द का सच्चा सार और शक्ति निवास करती है। उसे अपनी इस अद्वितीय शक्ति का उपयोग करके शहर को एक ऐसे प्राचीन खतरे से बचाना...