स्वर का शिल्प
स्वर का शिल्प यह कहानी है 'स्वरग्राम' की 'नादिनी' की, जिसने अपने गाँव की सदियों पुरानी 'प्राकृतिक वाद्य-यंत्र निर्माण' कला को पुनर्जीवित किया। उसने पारंपरिक ज्ञान को आधुनिक ध्वनिकी विज्ञान और टिकाऊ व्यावसायिक रणनीतियों से जोड़कर, न केवल लुप्तप्राय वाद्य-यंत्रों को बचाया, बल्कि समुदाय की महिलाओं को आत्मनिर्भरता और एक समृद्ध, संगीतमय भविष्य की राह दिखाई। बचपन की गूँज भारत के एक शांत और हरे-भरे अंचल में, जहाँ छोटी-छोटी पहाड़ियाँ...