धरोहर का बोझ
धरोहर का बोझ एक युवा और आधुनिक शेफ, विक्रम, अपने दादाजी के पुराने, पारंपरिक भोजनालय को विरासत में पाता है। शहर का सबसे प्रभावशाली फूड क्रिटिक, प्रताप, इस भोजनालय को बंद कराने की धमकी देता है। एक फूड हिस्टोरियन, सीमा, की मदद से, विक्रम अपने दादाजी के एक पुराने राज़ को उजागर करता है, जो उसके और प्रताप के परिवारों के बीच की दुश्मनी का कारण है। पहला अध्याय: विरासत...