स्मृति-कंटक
स्मृति-कंटक ब्रह्म-ग्रंथिका के केंद्र में, जहाँ ब्रह्मांड की सभी चेतनाएँ एक सूत्र में बंधी हैं, एक रहस्यमयी, चेतना-भक्षी शून्य फैल रहा है। यह शून्य सिर्फ़ भौतिक वस्तुओं को ही नहीं, बल्कि उनकी चेतना और अस्तित्व के मूल कारण को भी मिटा रहा है। वायुमंत और उसकी टीम को एक विलुप्त प्रजाति के अंतिम अभिभावक शूरसेन का सामना करना पड़ता है, जो इस विनाशकारी प्रक्रिया का सच जानते हैं। उन्हें पता...