वक्त की समझ
वक्त की समझ संक्षिप्त सारांश:यह कहानी एक युवा तकनीकी इंजीनियर ‘मोहित सक्सेना’ की है, जो तेज़ी से भागती हुई ज़िंदगी में करियर, महत्वाकांक्षा और उपलब्धियों के पीछे दौड़ते हुए यह भूल चुका है कि समय का सबसे सुंदर उपयोग अपनों के साथ किया हुआ पल होता है। जब उसे अचानक अपने पिता की गंभीर बीमारी के कारण कुछ सप्ताह गांव में रुकना पड़ता है, तब उसे वह जीवन दिखाई देता...