दरवाज़ा – भाग 4: अंतिम सत्य
❄️ भाग 1 – बर्फ़ के नीचे सोया हुआ झूठ शिवा और सोनिया बर्फ़ीली घाटी की उस मंदिरनुमा संरचना के सामने खड़े थे, जिसके भीतर लाल दरवाज़ा अब पूरी तरह जीवंत था।सामने वही बच्चे जैसी परछाई खड़ी थी, जो अब तक हर घटना में दिखती रही थी। "मैं झूठ की छाया हूँ," वह बोली।"जिसने भी अपने जीवन में किसी को धोखा दिया, मुझे निमंत्रण दिया… और अब मैं पूर्ण होना...