रंगों का सच
रंगों का सच कबीर, एक प्रसिद्ध पर एकांतप्रिय चित्रकार, अपने अतीत के साये में जी रहा है। उसकी सबसे मशहूर कृति, 'अतीत की छाया', रहस्यमय तरीके से खराब होने लगती है। जब युवा कला समीक्षक देविका को इसे ठीक करने के लिए बुलाया जाता है, तो उसे पेंटिंग के नीचे एक और छिपी हुई तस्वीर मिलती है, जो कबीर के जीवन के एक दर्दनाक राज़ और उसके पहले प्यार की...