प्रतिध्वनि-बुनकर: शहर की मौन सिम्फनी
प्रतिध्वनि-बुनकर: शहर की मौन सिम्फनी प्रतिध्वनि-बुनकर: एक भविष्य के महानगर में, जहाँ हर घटना की अदृश्य 'प्रतिध्वनियाँ' होती हैं, एक युवा शहरी अन्वेषक, जो बहरी है लेकिन इन प्रतिध्वनियों को महसूस कर सकती है, को शहर को एक ऐसे प्राचीन खतरे से बचाना होगा जो इन गूँजों को मिटा रहा है, और दुनिया को एक भावनाहीन, इतिहास-रहित शून्य में धकेल रहा है। पहला अध्याय: शांत शहर की फुसफुसाहट वर्ष 2070।...