कंदम की अंतिम यात्रा
कंदम की अंतिम यात्रा महा-शून्य में तैरता विशालकाय ग्रह-यान 'कंदम', सदियों से एक नए नक्षत्रलोक की तलाश में भटक रहा था। अपने अतीत से कटा, यह यान एक कठोर जीवन-प्रणाली के अधीन था। जब युवा नक्षत्र-मानचित्रकार वसुंधुर को एक प्राचीन, निष्क्रिय खगोलीय पिंड, 'कंचनतारा', से एक अज्ञात ऊर्जा-संकेत मिलता है, तो उसे अपनी जाति के भुलाए गए इतिहास और भविष्य की आशा के बीच चुनाव करना पड़ता है, जबकि यान...