मौन का सार
मौन का सार अराव, एक निपुण मूर्तिकार, अपनी कला की उत्कृष्टता से असंतुष्ट होकर एक ऐसी दिव्य ध्वनि की तलाश में निकलता है, जिसे वह शब्दों में व्यक्त नहीं कर पाता। उसकी यह यात्रा उसे एक मौनी गुरु से मिलाती है, जो उसे यह सिखाते हैं कि ब्रह्मांड का सबसे गहरा और सच्चा संगीत शब्दों से परे है। अराव अपने भीतर की शांति को खोजकर यह जान लेता है कि...