मिठ्ठू की जुबान
मिठ्ठू की जुबान शांतिपुर गाँव का नकुल अपनी भुलक्कड़पन के लिए मशहूर था। वह सुबह का काम शाम को करता, और शाम का काम अगली सुबह भूल जाता। अपनी इस समस्या का समाधान ढूँढते हुए, उसने एक ऐसे तोते को खरीदा, जिसकी याददाश्त का हर तरफ़ ढिंढोरा पीटा जा रहा था। यह तोता न केवल उसकी याददाश्त का हिस्सा बना, बल्कि उसकी निजी ज़िंदगी के सबसे शर्मनाक और हास्यास्पद पलों...