स्वार्थ का अंत
स्वार्थ का अंत संक्षिप्त सारांश:यह कहानी है ‘राहुल जैन’ नाम के एक सफल और चतुर युवा व्यवसायी की, जो हर रिश्ता, हर अवसर और हर निर्णय को केवल अपने लाभ के तराजू पर तौलता था। उसका मानना था कि दुनिया में अगर जीतना है, तो केवल अपने हित को प्राथमिकता दो। पर जब जीवन ने उसे एक ऐसी स्थिति में डाल दिया जहाँ स्वार्थ से निकलने का कोई मार्ग नहीं...