सूर्यमुखी का ताना-बाना
सूर्यमुखी का ताना-बाना: मीनाक्षी की बुनाई-गाथा मीनाक्षी, एक गृहिणी, अपनी दादी से सीखी पारंपरिक 'सूर्यमुखी बुनाई' की लुप्त होती कला को फिर से जगाती है। जब उसका गाँव आर्थिक संकट और सांस्कृतिक पहचान के नुकसान से जूझता है, तो वह इस जटिल कला की शक्ति को खोजती है। समाज के संदेह और परिवार के विरोध का सामना करते हुए, वह अपनी बुनाई से समुदाय को आर्थिक रूप से सशक्त करती...