सच्चा जय
सच्चा जय एक अभिमानी योद्धा का हृदय, जिसे केवल जीत से ही संतोष मिलता था। एक असाधारण यात्रा ने उसे सिखाया कि सच्ची विजय तलवार की धार में नहीं, बल्कि मानवता की सेवा और विनम्रता में निहित है। छठी शताब्दी के मध्य में, दक्कन पठार पर स्थित एक शक्तिशाली साम्राज्य था, जिसका नाम 'विक्रमनगर' था। यह राज्य अपनी कुशल सेना और उत्कृष्ट सैन्य रणनीति के लिए जाना जाता था। यहाँ...