प्रस्तर-वेदना
प्रस्तर-वेदना समस्त धरती पर एक भयानक सन्नाटा छा गया था। ध्वनि अब धीरे-धीरे पत्थर में बदल रही थी, और हर प्राणी एक-एक कर एक निर्जीव प्रतिमा बन रहा था। इस विनाश को रोकने के लिए, एक युवा ध्वनि-यात्री, विहान, ने एक अनजानी यात्रा शुरू की। उसे एक प्राचीन artifact, 'चिर-नाद', को ढूँढ़ना था, जो इस विनाश को रोक सकता था। ध्वनि-हीन नगर विहान ने अपने ही नगर को देखा, जो...