ज्ञान का भार
ज्ञान का भार यह कहानी कार्तिक नामक एक घमंडी विद्वान की है, जो अपनी पुस्तकों और ज्ञान पर बहुत गर्व करता था। वह मानता था कि जीवन का सार केवल निश्चित, लिखित ज्ञान में है और बिना अध्ययन के जीवन अधूरा है। एक दिन, एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना में उसकी सबसे उत्कृष्ट पांडुलिपि नष्ट हो जाती है, और उसका अभिमान टूट जाता है। अपनी खोई हुई पहचान की तलाश में, वह...