अहाना की चित्र-गाथा
अहाना की चित्र-गाथा अहाना, एक गृहिणी, अपनी दादी से सीखी पारंपरिक चित्रकला की लुप्त होती कला को फिर से जगाती है। जब उसका गाँव सामाजिक रूढ़ियों और महिलाओं के दमन से जूझता है, तो वह अपनी कला के माध्यम से चुप्पी तोड़ती है। समाज के विरोध और परिवार के संदेह का सामना करते हुए, वह अपनी कला से समुदाय को प्रेरित करती है, और अपनी पहचान बनाती है। शांत जीवन...