लघु-मूर्तियाँ
लघु-मूर्तियाँ, विशाल सपने यह कहानी है 'मूर्तिग्राम' की 'शिल्पी' की, जिसने अपने गाँव की सदियों पुरानी, लुप्त होती 'लघु-मूर्ति कला' को पुनर्जीवित किया। उसने पारंपरिक ज्ञान को आधुनिक कला तकनीकों और सामुदायिक विकास से जोड़कर, न केवल गाँव के इतिहास और पहचान को संरक्षित किया, बल्कि उसके लोगों को एकजुट किया और समृद्धि लाई। मूर्तिग्राम की खामोशी भारत के एक शांत और हरे-भरे अंचल में, जहाँ छोटी-छोटी पहाड़ियाँ और बहती...