सच्चा खजाना
सच्चा खजाना एक घमंडी राजकुमार अपनी धन-दौलत पर अभिमान करता था, लोगों की कीमत उनकी उपयोगिता से आँकता था। एक कठिन यात्रा ने उसे सिखाया कि सच्चा राज्य सोने से नहीं, बल्कि लोगों के हृदय से बनता है। दसवीं शताब्दी में, भारत के पश्चिमी भाग में, एक भव्य और शक्तिशाली राज्य था, जिसका नाम 'मरुधरा' था। यह राज्य अपनी अतुलनीय धन-दौलत, स्वर्ण और रत्नों के लिए दूर-दूर तक प्रसिद्ध था।...