वायुरक्षक अभियान
वायुरक्षक अभियान संक्षिप्त परिचयवर्ष २०४९ का भारत — तकनीक, विज्ञान और अंतरराष्ट्रीय सम्बन्धों की ऊँचाइयों पर खड़ा, परंतु प्रकृति से बिछड़ता हुआ। जब संपूर्ण उत्तर भारत में अचानक साँस लेना कठिन हो गया, हवा में अदृश्य ज़हर फैलने लगा और आधुनिक यंत्र निष्क्रिय हो गए, तब स्पष्ट हुआ कि यह कोई प्राकृतिक आपदा नहीं, बल्कि मानव-निर्मित आतंक है। इस अदृश्य खतरे का मुकाबला करने के लिए भारतीय वायुविज्ञान अनुसंधान संस्था...