सपनों का विक्रेता
सपनों का विक्रेता यह कहानी है सुखनापुर गाँव के एक नौजवान दिवेश की, जो बहुत ही महत्वाकांक्षी था। एक दिन, उसे एक बहुत ही अजीब सपना आता है, जिसमें उसे एक जादुई चश्मा मिलता है। यह चश्मा पहनने पर वह लोगों के सपनों को बेच सकता था। लेकिन यह चश्मा इतना अजीब था कि हर बार जब वह किसी का सपना बेचता, तो सपने के साथ-साथ कुछ हास्यास्पद और अनोखा...