एक ख़ुलासा
एक ख़ुलासा मशहूर पत्रकार सिद्धार्थ, जो एक बड़े राजनीतिक घोटाले का पर्दाफाश करने वाले थे, की उनके ही ऑफिस में हत्या हो जाती है। यह हत्या एक बंद कमरे का रहस्य है, जहाँ सुराग के नाम पर सिर्फ कंप्यूटर स्क्रीन पर लिखा एक गुप्त संदेश है। इंस्पेक्टर माधव को इस मामले को सुलझाने के लिए राजनीतिक भ्रष्टाचार, एक छिपी हुई पहचान और एक टूटे हुए दिल की कहानी को समझना...