जलता कंकण
जलता कंकण अठारहवीं शताब्दी के राजस्थान में बसा एक गाँव, रंगपुर, अकाल की चपेट में आ जाता है। युवा दंपति चन्द्रगुप्त और भवानी को अपने सूख चुके कुएं में एक प्राचीन कंगन मिलता है, जिसे छूते ही उनमें एक भयानक शक्ति आ जाती है। यह कंगन गाँव को समृद्धि तो देता है, पर इसकी रहस्यमयी आग धीरे-धीरे भवानी और चन्द्रगुप्त को मानसिक और शारीरिक रूप से जला देती है। सूखा...