नीला तारा और समय का बाग़
"नीला तारा और समय का बाग़" (Ek Lambee Hindi Pari-Kahani – Original, Long & Imaginative) अध्याय 1: एक सामान्य बच्ची, असामान्य सोच के साथ सियाना आठ साल की एक सामान्य बच्ची थी। वह किसी बड़े शहर में नहीं, बल्कि पहाड़ों की गोद में बसे एक छोटे से नगर "नीलकुटी" में रहती थी। उसकी माँ एक स्कूल में शिक्षिका थी और पापा एक छोटी सी किताबों की दुकान चलाते थे। सियाना...