नीलवर्णी काँचमहल और नींद की रानी
सारांश: यह कहानी एक स्वप्नलोक की रानी, शांतिला, और उसके नीलवर्णी काँचमहल की है, जो नींद की झील पर तैरता था। शांतिला की नींद खास थी क्योंकि उसके सपने पूरे महल को जीवंत कर देते थे। एक रात, शांतिला ने देखा कि नींद की झील सूख रही है और महल काँप रहा है। उसकी तकिया से निकली तितली ने बताया कि "सपनों का चोर" नींदें चुरा रहा है। शांतिला अपने...