झूठी बुनियाद
झूठी बुनियाद युवा पत्रकार सिद्धार्थ एक बड़े ज़मीन घोटाले की तहकीकात कर रहा है। उसे नहीं पता कि यह जाँच उसे अपने पिता, मोहन, तक ले जाएगी, जिन्हें पूरे गाँव में एक नेक इंसान और समाज सेवक के रूप में जाना जाता है। सिद्धार्थ को पता चलता है कि उसके पिता का सम्मान एक झूठ पर टिका है। उसे अपने कर्तव्य और अपने परिवार के बीच एक कठिन चुनाव करना...