अग्नि-पुत्र
अग्नि-पुत्र यह कहानी दो महान साम्राज्यों, सूर्यवन और पवनगढ़ के बीच एक विनाशकारी युद्ध की है। इस युद्ध का कारण न तो धन था और न ही भूमि, बल्कि एक रहस्यमयी भविष्यवाणी थी। यह भविष्यवाणी एक महान योद्धा के जन्म की थी, जिसे अग्नि-पुत्र कहा जाता था। उसका जन्म ही विनाश का कारण बनने वाला था। दोनों साम्राज्यों के शासक इस भविष्यवाणी को अपने अधीन करना चाहते थे, लेकिन उन्हें...