भूमि-हृदय
भूमि-हृदय मनो-स्रोत नामक एक जीवंत, चेतन शक्ति पर आधारित एक भूमिगत सभ्यता काया-गुहा में रहती थी। जब एक युवा मनो-अन्वेषक ने मनो-स्रोत के भीतर एक रहस्यमयी, पीड़ादायक कंपन को महसूस किया, तो उसे पता चला कि उनका संसार एक गहरे झूठ पर टिका था। अब उसे उस कंपन के रहस्य को सुलझाना था, भले ही इससे उनका संसार बिखर जाए और उन्हें अंधकार में रहना पड़े। काया-गुहा का संसार रमन...