स्मृति-भक्षक का आतंक
स्मृति-भक्षक का आतंक इस बार वायुमंत का सामना एक ऐसे ब्रह्मांडीय जीव से होता है जो ग्रहों की सामूहिक स्मृतियों और सपनों को निगलता है, जिससे सभ्यताएं अपनी पहचान खो देती हैं। उसे इस अदृश्य खतरे को रोकने के लिए स्वयं की चेतना की गहराइयों में उतरना होगा और प्राचीन ज्ञान का उपयोग करना होगा। स्वप्नलोक का विस्मरण वर्ष 3075 था। ब्रह्मांड के एक सुदूर कोने में, जहाँ तारों की...