धागों से जीवन का मंच
धागों से जीवन का मंच यह कहानी 'मायापुर' की 'सूत्रिका' की है, जिसने अपने गाँव की सदियों पुरानी 'धागा कठपुतली' कला को पुनर्जीवित किया। उसने इस पारंपरिक कला को सामाजिक जागरूकता और शिक्षा का माध्यम बनाया, जिससे न केवल गाँव की समस्याओं का समाधान हुआ, बल्कि महिलाओं को आत्मनिर्भरता और एक नई पहचान भी मिली। मायापुर की खामोशी भारत के एक शांत और रहस्यमय अंचल में, जहाँ घने पेड़ और...