दस्तक भीतर की
दस्तक भीतर की संक्षिप्त सारांश:यह कहानी है ‘प्रणव खन्ना’ की — एक अमीर, सफल और अत्यंत व्यस्त कॉर्पोरेट वकील, जिसकी ज़िंदगी केवल कोर्ट रूम, कॉन्ट्रैक्ट्स और क्लाइंट मीटिंग्स के इर्द-गिर्द घूमती है। उसके जीवन में सब कुछ है — पैसा, नाम, पॉवर — लेकिन नहीं है तो शांति, आत्मसंतोष और रिश्तों की गर्माहट। सब कुछ मशीन की तरह चलता रहता है, जब तक कि एक अप्रत्याशित घटना — एक पुरानी...