अदृश्य धागा
अदृश्य धागा यह कहानी तंतुवन नामक एक गाँव के एक कुशल बुनकर, वसंत की है। उसका जीवन धागों और पूर्णता में था, और वह मानता था कि जीवन का सार केवल निश्चित, स्थिर पैटर्न में है। एक दिन, एक भयंकर तूफ़ान उसके गाँव को नष्ट कर देता है। इस त्रासदी के बाद, उसकी पोती सारिका उसे एक ऐसी यात्रा पर ले जाती है, जहाँ उसे पता चलता है कि जीवन...