संगीत का कांचमहल और गुम हुआ सुर
🌺 संगीत का कांचमहल और गुम हुआ सुर 🎀 प्रस्तावना: जहाँ हवाएँ भी गीत गाती थीं बहुत-बहुत समय पहले की बात है। पहाड़ियों के पीछे, जहाँ इंद्रधनुष अपना रंग धोते थे, और बादलों के नीचे, जहाँ सूरज की पहली किरणें मोती बरसाती थीं, वहाँ एक जादुई महल खड़ा था— कांचमहल। यह कोई साधारण महल नहीं था। इसकी हर दीवार, हर खिड़की, यहाँ तक कि इसकी नींव में लगे काँच के...