मक्खनलाल का जुगाड़
मक्खनलाल का जुगाड़ यह कहानी है मक्खनलाल की, एक ऐसे व्यक्ति की जो हर काम को 'जुगाड़' से करने में माहिर था, और उसके इन अनोखे जुगाड़ों ने गाँव में हँसी और अजीबोगरीब स्थितियों का अंबार लगा दिया। जुगाड़ का बादशाह मक्खनलाल, गाँव के सबसे आलसी और साथ ही सबसे 'रचनात्मक' व्यक्ति थे। उनकी ज़िंदगी का एक ही मंत्र था – "मेहनत क्यों करनी, जब जुगाड़ से काम चल जाए!"...